Edited By Vatika,Updated: 02 Jul, 2020 11:45 AM
कोरोना वायरस की महामारी के जहां दौरान खून के रिश्ते पानी बनते जा रहे हैं, वहीं पटवारी करतार सिंह इंसानियत का धर्म निभाते हुए गैरों को भी अपना बनाकर उनका संस्कार कर रहे हैं।
अमृतसर(दलजीत): कोरोना वायरस की महामारी के जहां दौरान खून के रिश्ते पानी बनते जा रहे हैं, वहीं पटवारी करतार सिंह इंसानियत का धर्म निभाते हुए गैरों को भी अपना बनाकर उनका संस्कार कर रहे हैं। पंजाब व केंद्र सरकार को पटवारी करतार सिंह के प्रशंसनीय कार्य को देखते हुए थे विशेष अवार्ड देकर सम्मानित करना चाहिए। ये शब्द नशा विरोधी लहर के मुख्य संस्थापक तथा प्रसिद्ध समाजसेवी पूर्ण सिंह संधू रणिके ने कहे।
संधू ने कहा कि महामारी के दौरान पिता, पुत्र, मां, बहन-भाई के रिश्ते पानी बन गए हैं। मोक्ष की प्राप्ति के लिए कोरोना पॉजिटिव के बाद मृत्यु का शिकार हुए पाॢथक शरीर संस्कार के लिए तरसते रहते हैं, परंतु उनके परिजन आगे नहीं आते हैं। करतार सिंह कोरोना महामारी से न डरते हुए तथा इंसानियत का फर्ज निभाते हुए गैरों के संस्कार करके एक मिसाल पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौरान जहां प्रशासनिक अधिकारी तथा अन्य लोग कोरोना पॉजिटिव मरीजों से दूर भाग रहे हैं वही पटवारी करतार सिंह अपने धर्म की ड्यूटी निभाते हुए प्रशंसनीय कार्य कर रहे हैं। भारत व पंजाब सरकार को करतार सिंह को विशेष अवार्ड से सम्मानित करना चाहिए तथा उन्हें तुरंत पदोन्नति देनी चाहिए ताकि करतार सिंह द्वारा किए जा रहे कार्य बाकी अधिकारियों के लिए भी मार्गदर्शन हो।
संधू ने कहा कि कथा आरती द्वारा किए जा रहे कार्य परमात्मा की कचहरी में भी उसका साथ दे रहे हैं व भगवान भी ऐसे लोगों पर हमेशा अपनी दया बनाए रखता है। उन्होंंने कहा कि लोगों को करतार सिंह द्वारा किए जा रहे कार्य से सीख लेनी चाहिए व जिन लोगों ने उन्हें पाल पोसकर इतना बड़ा किया है। महामारी के दौरान उनका साथ नहीं छोडऩा चाहिए।