Edited By Tania pathak,Updated: 05 May, 2021 12:57 PM
पंजाब में बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों ने राज्य की स्थिति को बिगाड़ कर रख दिया है।
जालंधर: पंजाब में बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों ने राज्य की स्थिति को बिगाड़ कर रख दिया है। मौतों के आंकड़ों की बात करें तो पंजाब सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में से एक बनकर उभर रहा है। ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर के चलते बिगड़ती स्थिति राज्य में एक बार फिर हालातों को तनावपूर्ण बना सकती है।
आंकड़ों को देखे तो पंजाब में 30 अप्रैल से 3 मई तक अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर और पठानकोट के शहरी इलाकों की हालत सबसे अधिक घातक हो रही है। अमृतसर जिले में 30 अप्रैल से 3 मई तक 53 मौतों में से 47 शहरी क्षेत्रों से थी। आपको बता दें कि जिले की 54% जनसंख्या शहरी क्षेत्रों में रहती है। वहीं दूसरी और गुरदासपुर में इसी समय के दौरान 30 अप्रैल से 3 मई तक 10 मौतें हुई हैं, जिनमें से छह गांवों की हैं। तरनतारन की बात करें तो 13 मौतों में से छह शहरी क्षेत्रों से हैं। यह इस तथ्य के बावजूद कि जिले की 87% आबादी ग्रामीण क्षेत्र से है। पठानकोट में भी पिछले चार दिनों में 19 मौतें हुई और ज्यादातर शहरी इलाकों की है।
ये आंकड़े अभी सिर्फ इन चार इलाकों के है लेकिन अगर पंजाब की बात करें तो राज्य में भी ज्यादातर मामले शहरी इलाकों से आ रहे है। आपको बता दे दिन भी पंजाब में अब तक 9642 लोग इस बीमारी की चपेट में आकर मौत का शिकार हो चुके हैं। मंगलवार को भी 7529 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं। राज्य में अब तक 399576 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। मामलों को देखते हुए राज्य में मिनी लॉक डाउन जारी है।