Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Oct, 2017 10:38 AM
शहर में नैशनल हाईवे-1 पर ऐसे नजारे साफ देखे जा सकते हैं, जहां लोगों को सड़क क्रास करवाने हेतु फुट ओवरब्रिज की सामग्री पड़ी है, लेकिन आज तक न तो इनका निर्माण हो रहा है और न ही इस दिशा में कोई बड़ी पहल होती दिख रही है। फगवाड़ा सब-डिवीजन की बात करें तो...
फगवाड़ा(जलोटा): शहर में नैशनल हाईवे-1 पर ऐसे नजारे साफ देखे जा सकते हैं, जहां लोगों को सड़क क्रास करवाने हेतु फुट ओवरब्रिज की सामग्री पड़ी है, लेकिन आज तक न तो इनका निर्माण हो रहा है और न ही इस दिशा में कोई बड़ी पहल होती दिख रही है। फगवाड़ा सब-डिवीजन की बात करें तो मेन हाईवे नंबर-1 पर तीन प्रमुख स्थलों जिनमें सेंट जोसफ कान्वैंट स्कूल के पास, गांव चक्क हकीम के करीब एक धार्मिक स्थल के पास व गांव चहेड़ू के पास एक निजी यूनिवर्सिटी के छात्र वर्ग हेतु फुट ओवरब्रिज बनाए जाने हैं।
इसी तर्ज पर कई अन्य स्थलों पर ऐसे फुट ओवरब्रिज बनाने प्रस्तावित हैं। अहम पहलू यह है कि उक्त पुलों के निर्माण हेतु नैशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया (एन.एच.ए.आई.) द्वारा संबंधित स्थलों पर जरूरी लोहे का ढांचा आदि सड़कों पर गत डेढ़ वर्ष से ज्यादा समय से रखे गए हैं, लेकिन त्रासदी यह है कि उक्त फुट ओवरब्रिजों का निर्माण कार्य गहन पहेलीपूर्ण हालात में अकारण ही लंबे समय से बीच में जस का तस लटका पड़ा है। जारी घटनाक्रम के कारण उक्त तीन अहम इलाकों में रोजाना स्कूली बच्चों से लेकर यूनिवॢसटी का छात्र वर्ग व सैंकड़ों गांववासी जान जोखिम में डालकर मेन हाईवे नंबर-1 को बेहद खतरनाक ढंग से क्रास करते हैं।
कई मौकों पर यहां पर सड़क हादसे भी हुए हैं, जिसमें अनेक लोग घायल हुए हैं, लेकिन सरकारी तंत्र सारी हकीकत जानने के बाद भी चुप्पी साधे हुए है। पंजाब केसरी व जगबाणी द्वारा पूर्व में उक्त मुद्दे को लेकर जनहित में समाचार भी प्रकाशित किया गया था लेकिन तब फगवाड़ा के एस.डी.एम. रहे बलबीर राज सिंह द्वारा मामले में दिए गए बड़े आश्वासन के बाद भी समस्या जस की तस ही बनी हुई है और स्कूली बच्चे, यूनिवॢसटी छात्र व असंख्य लोग ज्यों के त्यों परेशान हैं। पंजाब केसरी के साथ वार्तालाप करते हुए सेंट जोसफ कान्वैंट स्कूल के अनेक छात्रों ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उनके पास सड़क पार करने के लिए ट्रैफिक से गुजरना पड़ता है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा घट सकता है। यदि उक्त इलाके में फुट ओवरब्रिज का निर्माण हो जाए तो उनको बड़ी सहूलियत हो जाएगी और मेन हाईवे को पार करना सेफ व आसान हो जाएगा।
स्कूली बच्चों को स्कूल तक छोडऩे वाले अभिभावकों व अन्य अनेक लोगों ने कहा कि विडंबना यह है कि न तो इस बेहद जरूरी कार्य के प्रति फगवाड़ा प्रशासन का ध्यान है और न ही एन.एच.ए.आई. को कोई फिक्र। इन हालातों में यदि इलाके में खतरनाक ढंग से सड़क पार करते हुए स्कूली बच्चों अथवा किसी अन्य व्यक्ति के साथ भयानक सड़क हादसा हो जाए तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी। एन.एच.ए.आई. उक्त इलाके में फुट ओवरब्रिज का निर्माण करने का जब सारा सामान पहुंचा चुकी है तो फिर इसके निर्माण में देरी किन कारणों से की जा रही है, यह अपने आप में बड़ा सवाल बन गया है। यही तर्क यूनिवॢसटी के छात्र वर्ग व गांव चक्क हकीम में रहते कई लोगों ने दिया है।