Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Sep, 2017 12:56 PM
पिछले लगभग डेढ़ दशक से अपने जायज अधिकारों की बहाली के लिए संघर्ष कर रहे पंजाब के कम्प्यूटर अध्यापकों के लिए चाहे सरकार बदल गई है..........
मोगा (ग्रोवर): पिछले लगभग डेढ़ दशक से अपने जायज अधिकारों की बहाली के लिए संघर्ष कर रहे पंजाब के कम्प्यूटर अध्यापकों के लिए चाहे सरकार बदल गई है लेकिन हालात नहीं बदले और उनके अधिकारों का हनन बादस्तूर जारी है। इन शब्दों का प्रकटावा आज कम्प्यूटर मास्टर यूनियन पंजाब की प्रदेश इकाई द्वारा जारी एक प्रैस बयान में यूनियन के विभिन्न नेताओं द्वारा सांझे तौर पर किया गया।
छुट्टियों के संबंध में जारी आदेश संकुचित सोच एवं पक्षपात का परिणाम
कम्प्यूटर मास्टर यूनियन पंजाब के नेताओं ने कहा कि जो कम्प्यूटर अध्यापकों की छुट्टियों के संबंध में नए आदेश जारी किए गए हैं उसमें कम्प्यूटर अध्यापकों को 20 की जगह 15 हजार तनख़्वाह के साथ मैडीकल छुट्टियों देने की बात कही गई है। इतना ही नहीं छुट्टियों को अगले साल में जोडऩे पर पाबंदी लगाते हुए उनकी इनकैशमैंट न देने के भी आदेश दिए गए हैं, जो हास्यप्रद होने के साथ-साथ पक्षपाती भी है क्योंकि कम्प्यूटर अध्यापकों को छोड़ कर पंजाब सरकार का अन्य कोई भी कर्मचारी ऐसा नहीं जिन पर ऐसे हास्यप्रद और तुगलकी आदेश लागू होते हों।
समूह यूनियन नेताओं ने कहा कि सरकार द्वारा उनको जारी नियुक्ति पत्रों में यह साफ लिखा गया है कि उन पर पंजाब सिविल सेवाओं वाले सभी नियम और शर्तें लागू होंगी परन्तु अधिकारियों ने नए आदेश जारी नादरशाही का परिचय दिया है।
2 अक्तूबर को प्रांत स्तरीय विशाल रैली का ऐलान
यूनियन नेताओं ने बताया कि उनकी सहयोगी जत्थेबंदी कम्प्यूटर अध्यापक यूनियन द्वारा अपने हकों की बहाली के लिए 2 अक्तूबर को शिक्षा मंत्री के हलके में प्रांत स्तरीय रैली की जाएगी, जिसमें कम्प्यूटर मास्टर यूनियन पंजाब अपनी पूरी टीम के साथ शिरकत करते हुए अपने हकों के प्रति आवाज बुलंद करेगा।
उन्होंने कहा कि हकों की बहाली तक उनका संघर्ष निरंतर जारी रहेगा। इस दौरान प्रभजोत सिंह बल्ल प्रांतीय सीनियर उपाध्यक्ष, राजदीप सिंह मानसा प्रांतीय उपाध्यक्ष, खजांची मनप्रीत सिंह, लीगल एडवाइजर राज सुरिन्द्र काहलों, बिक्रम मानसा, दविन्द्र सिंह, रघुबीर सिंह, निर्मल सिंह, सुरिन्द्र सिंह, दीपक कुमार व संजीव तुली आदि अध्यापक उपस्थित थे।
बढ़ सकती हैं पंजाब सरकार की मुश्किलें
पंजाब भर के कम्प्यूटर अध्यापक 2 अक्तूबर को दीनानगर (गुरदासपुर) में होने वाली प्रांत स्तरीय विशाल रैली करेंगे, वहीं 11 अक्तूबर को गुरदासपुर में लोकसभा सीट के लिए उप चुनाव होने हैं, जो सरकार के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बनी हुई है। ऐसे में यदि कम्प्यूटर अध्यापकों द्वारा प्रांत स्तरीय विशाल रैली का आयोजन किया जाता है तो प्रांतीय सरकार की मुश्किलों में भारी वृद्धि होना अभी से नजर आ रहा है जिससे पंजाब सरकार की मुशिकलें बढ़ सकती हैं।