Edited By Vatika,Updated: 28 Jan, 2021 02:18 PM
गरीबी ने डाबा के एक युवक की जान ले ली। इंटरव्यू पर जाने के लिए उसे पैसे चाहिए थे, मगर माता-पिता के पास पैसे नहीं था, इसलिए बेटे को इंकार कर दिया।
लुधियाना(राज): गरीबी ने डाबा के एक युवक की जान ले ली। इंटरव्यू पर जाने के लिए उसे पैसे चाहिए थे, मगर माता-पिता के पास पैसे नहीं था, इसलिए बेटे को इंकार कर दिया। इसी बात से हताश हुए युवक ने मां की चुन्नी का फंदा बनाकर गले में डाला और आत्महत्या कर ली। जब माता-पिता घर आए तो इकलौते बेटे का शव पंखे के हुक से लटकता देख चिल्लाने लगे। पड़ोसियों ने सूचना पुलिस को दी गई। थाना डाबा की पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक गुरप्रीत सिंह (22) है। जोकि सतगुरु नगर का रहने वाला था। शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पुलिस ने सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया।
जानकारी के मुताबिक पिता दविंदर सिंह, मूल रूप से हरियाणा के कैथल का रहने वाला है। कुछ समय पहले वह अपनी पत्नी और बेटे गुरप्रीत सिंह के साथ डाबा के सतगुरु नगर में किराए पर रहने आए थे। उनके घर पर काफी गरीबी थी और घर खर्च भी बहुत ही मुश्किल से चल रहा था। दविंदर और उसकी पत्नी दोनों लेबर करते थे। बेटा गुरप्रीत भी अपने माता-पिता का सहारा बनना चाहता था। इसलिए उसने जालंधर की एक कंपनी में जॉब के लिए अप्लाई किया था। उसे इंटरव्यू के लिए जालंधर जाना था। इसलिए उसने अपने माता-पिता से आने-जाने का किराया मांगा था। मगर उसके पिता के पास पैसे नहीं थे। इसलिए उसने पेसे होने से इंकार कर दिया।
पिता के इंकार करने के बाद गुरप्रीत काफी हताश हो गया था। वह कमरे में चला गया। इसके बाद उसके माता-पिता अपने-अपने काम पर चले गए। जब वह दोपहर को लंच के लिए घर लौटे तो उसका बेटा कमरे से बाहर नहीं आया। जब उन्होने कमरे में जाकर देखा तो गुरप्रीत का शव लटक रहा था। उसने अपनी मां की चुन्नी से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। थाना डाबा के एस.एच.ओ. इंस्पेक्टर मेहमा सिंह का कहना है कि मृतक के पिता के बयानों पर इस मामले में 174 की कार्रवाई की गई है।