Edited By swetha,Updated: 12 May, 2018 09:19 AM
पंजाब में 100-150 मिलियन अमरीकी डॉलर के निवेश से 10 प्लांट लगाने की योजना है जिससे 1000 नौकरियां भी उपलब्ध होंगी। अत्याधुनिक तकनीक वाले इन प्लांटों में से पहला प्लांट 2019 में शुरू होने की संभावना है।
चंडीगढ़,(ब्यूरो): पंजाब में 100-150 मिलियन अमरीकी डॉलर के निवेश से 10 प्लांट लगाने की योजना है जिससे 1000 नौकरियां भी उपलब्ध होंगी। अत्याधुनिक तकनीक वाले इन प्लांटों में से पहला प्लांट 2019 में शुरू होने की संभावना है।
पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल और ब्रिटेन के चंडीगढ़ स्थित डिप्टी हाई कमिश्नर एंड्रयू अय्यर की उपस्थिति में रीका बायोफ्यूल डिवैल्पमैंट लि. और पंजाब औद्योगिक प्रोत्साहन ब्यूरो और पंजाब ऊर्जा विकास एजैंसी के बीच यह समझौता हुआ है। समझौते के अंतर्गत पंजाब में बायो गैस और बायो सी.एन.जी. प्लांट लगाए जाएंगे जिससे पराली का सही प्रयोग कर वातावरण का संरक्षण किया जा सके।
पराली को आग लगाने की बजाय इसका प्रयोग कच्चे माल के रूप में किया जाएगा और पराली से इन प्लांटों में गैस और सी.एन.जी. बनाई जाएगी। प्रत्येक प्लांट में एक दिन में 100 मीट्रिक टन पराली की खपत की सामथ्र्य होगी। विस्तृत जानकारी देते हुए प्रवक्ता ने बताया कि रीका कम्पनी द्वारा इन प्लांटों से पंजाब की जमीनों की उपजाऊ शक्ति भी बढ़ेगी, क्योंकि जब पराली को आग नहीं लगाई जाएगी तो इससे जमीन की गुणवत्ता में सुधार होगा। इसके अलावा फसलों के अवशेष देसी खाद का काम करेंगे जिससे उत्पादन बढऩे की संभावनाएं हैं।