Edited By Vaneet,Updated: 17 May, 2019 07:02 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने आज एक बार फिर से कहा है कि रा’य के लोग बड़े व छोटे घल्लूघारे को आज तक भूल नहीं सके है तो फिर वह पूर्व बादल सरकार के कार्यकाल में हुई ...
जालन्धर/चंडीगढ़(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने आज एक बार फिर से कहा है कि रा’य के लोग बड़े व छोटे घल्लूघारे को आज तक भूल नहीं सके है तो फिर वह पूर्व बादल सरकार के कार्यकाल में हुई धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के मामलों को कैसे भूल सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज खुंडे की राजनीति का समय नहीं है। समय-समय पर राजनीतिक मुद्दे बदलते रहते हैं। इस समय चुनावों में धार्मिक बेअदबी का मामला सबसे बड़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल व उनका पुत्र सुखबीर बादल बार-बार कह रहे हैं कि लोगों ने धार्मिक बेअदबी के मामलों को भुला दिया है जबकि इसमें कोई स"ााई नहीं है क्योंकि अगर पंजाबी प्रदेश में हुए बड़े व छोटे घल्लूघारे को नहीं भूले हैं तो फिर वह रा’य में 100 से अधिक धार्मिक ग्रंथों की हुई बेअदबी की घटनाओं को कैसे भूल सकते हैं। इतिहास में धार्मिक बेअदबी के मामले हमेशा काले अक्षरों से लिखे जाएंगे।
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि जब बरगाडी व अन्य धार्मिक बेअदबी के मामले हुए थे तो उस समय मुख्यमंत्री की कमान बादल के हाथों में थी। लोग इन मामलों को किस तरह से भूल सकते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मुख्यमंत्री को बताए बिना किस तरह से फायरिंग कर दी। उन्होंने सवाल किया कि कम से कम रा’य के मुख्यमंत्री को यह जानकारी होती है कि किस स्थान पर क्या घटना हो रही है। अगर मुख्यमंत्री को इन घटनाओं की जानकारी नहीं है तो फिर संबंधित व्यक्ति को मुख्यमंत्री के पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि बरगाडी में गोलीकांड से पहले वाली रात अकाली नेता मंतार बराड़ ने बादल तथा पुलिस अधिकारियों के साथ लगभग 125 बार टैलीफोन पर बातचीत की थी।
मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने प्रकाश सिंह बादल द्वारा संगरूर में परमिन्द्र ढींडसा के लिए वोटे मांगने के लिए दिए गए उस बयान की सख्त नुक्ताचीनी की है जिसमें बादल ने कहा था कि परमिन्द्र ढींडसा ने पार्टी को परिवार से ऊपर रखा। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि जो व्यक्ति अपने पिता का सम्मान नहीं कर सकता है वह लोगों का सम्मान कैसे करेगा। उन्होंने कहा कि अकाली दल तो केवल एक व्यापारिक पार्टी बन कर रह गई। लोगों के दिलों से यह पार्टी निकल चुकी है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि न केवल ढींडसा बल्कि पूरा बादल परिवार का चुनावों में सफाया होना तय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बादल अपने नेताओं को यह सिखा रहे हैं कि वह अपने पिता का सम्मान न करें तब उन्हें पार्टी में आगे लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अकालियों की विचारधारा केवल मेरा-मेरा तक सीमित हो गई है जबकि गुरुनानक देव जी ने मानवता को तेरा-तेरा अर्थात सरबत का भला का संदेश दिया था।
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव में नवजोत कौर सिद्धू की चंडीगढ़ से टिकट उन्होंने नहीं कटवाई थी। केंद्रीय हाईकमान ने पवन बांसल को चंडीगढ़ से टिकट देने का फैसला किया था। उन्होंने कहा कि पंजाब कांग्रेस चाहती थी कि नवजोत कौर सिद्धू अमृतसर या बङ्क्षठडा लोकसभा सीट से चुनाव लड़े परन्तु उन्होंने ऐसा करने से इंकार कर दिया। मुख्यमंत्री ने नवजोत कौर को इन बयानों को पूरी तरह से रद्द कर दिया कि उनके (कैप्टन) के कारण उन्हें टिकट नहीं मिल सकी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ देशभर में हवा चल रही है। लोगों ने उनकी 5 वर्षों की कारगुजारी को पसंद नहीं किया है। नोटबंदी व जी.एस.टी. ने कारोबारियों व उद्योगों का धंधा चौपट कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में धर्मनिरपेक्ष ढांचे को बनाए रखने के लिए मोदी को प्रधानमंत्री पद से हटाना जरूरी है। मोदी देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे को तहस-नहस करना चाहते हैं। उन्होंने पुन: दावा किया कि केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व में यू.पी.ए.-3 सरकार बनने जा रही है। ?
पंजाब में हिंदू क्यों नहीं बन सकता मुख्यमंत्री
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि भारत की सबसे बड़ी शक्ति उसकी विविधता है। मुख्यमंत्री ने कुछ क्षेत्रों में उनके सुनील जाखड़ को भविष्य में कभी मुख्यमंत्री बनने के दिए बयान पर किंतु-परन्तु करने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पंजाब में ङ्क्षहदू क्यों नहीं बन सकता है मुख्यमंत्री। उन्होंने कहा कि अविभाजित पंजाब में उस समय सिख समुदाय की जनसंख्या 22 प्रतिशत हुआ करती थी। उस समय पंजाब का मुख्यमंत्री जाट सिख बना करता ा। उसके बाद यही रीत चलती रही। उन्होंने कहा कि देश की विविधता को हमे सबको स्वीकारना होगा। उन्होंने कहा कि जाखड़ एक काबिल व्यक्ति हैं तथा उनमें मुख्यमंत्री बनने के सभी गुण मौजूद हैं।