Edited By Vatika,Updated: 04 Dec, 2018 12:00 PM
करतारपुर कॉरीडोर को लेकर वाहवाही बटोरने वाले पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के खिलाफ की गई टिप्पणी के बाद उठे बवाल का काफी हद तक पटाक्षेप हो गया है, परंतु कांग्रेस के गलियारों में सिद्धू को इस...
जालंधर (चोपड़ा): करतारपुर कॉरीडोर को लेकर वाहवाही बटोरने वाले पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के खिलाफ की गई टिप्पणी के बाद उठे बवाल का काफी हद तक पटाक्षेप हो गया है, परंतु कांग्रेस के गलियारों में सिद्धू को इस मामले में नीचा दिखाने की राजनीतिक होड़-सी लगी दिखाई देती है।
पंजाब में सिद्धू के निरंतर बढ़ते राजनीतिक कद को देखते हुए कैप्टन खेमे ने हमेशा उनके द्वारा लिए फैसलों में अड़चनें ही डाली हैं। इस मामले को भुनाते हुए पंजाब मंत्रिमंडल में शामिल 15 के करीब मंत्रियों ने सिद्धू से कै. अमरेन्द्र से माफी मांगने अथवा मंत्री पद से इस्तीफा दे देने की मांग तक कर डाली तथा विधायकों में कै. अमरेन्द्र को पंजाब का कैप्टन साबित करने की होड़-सी लगी दिखाई देती है।इसी संदर्भ में आज पूर्व कैबिनेट मंत्री व प्रदेश कांग्रेस के उपप्रधान अवतार हैनरी, विधायक सुशील रिंकू, विधायक जूनियर अवतार हैनरी सहित विधायक राजिन्द्र बेरी व अन्यों ने शहर के प्रमुख स्थानों पर कै. अमरेन्द्र सिंह की तस्वीर के साथ ‘पंजाब का कैप्टन-साडा कैप्टन’ लिख बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगवा दिए हैं। इसी बीच बाद दोपहर सिद्धू के बयान कि मुख्यमंत्री मेरे पिता के समान हैं और सभी गिले-शिकवे मैं उनसे मिलकर निपटा लूंगा, के बाद कैप्टन-सिद्धू विवाद ठंडा पड़ता दिखाई दे रहा है।
सिद्धू के खिलाफ खुलकर बरसे विधायक रिंकू
कैप्टन के खिलाफ नवजोत सिद्धू के कमैंट के बाद वैस्ट विधानसभा हलके के विधायक सुशील रिंकू ने सिद्धू के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्हें बेफिजूल की राजनीति करने की बजाय अपने विभाग को संभालने की नसीहत दी है। एक बयान जारी करते हुए विधायक रिंकू ने बताया कि सिद्धू द्वारा मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रयोग किए गए शब्द बेहद अफसोसजनक हैं। कांग्रेस का हरेक कार्यकत्र्ता, विधायक व मंत्री कैप्टन अमरेन्द्र के साथ डटकर खड़ा है। सिद्धू जब कभी भी सत्ता में आए उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं मिली, परंतु कांग्रेस ने सरकार में उन्हें लोकल बॉडीज जैसा विभाग दिया है। सिद्धू को चाहिए कि वह अन्य कार्यों में ध्यान केंद्रित करने की बजाय देखें कि उन्होंने अपने संबंधित विभाग को कैसे अपलिफ्ट करना है।