Edited By Vatika,Updated: 17 Apr, 2019 09:27 AM
लोकसभा चुनाव बिल्कुल सिर पर हैं लेकिन अकाली-भाजपा गठबंधन में तकरार लगातार बढ़ रही है। एक ओर जहां केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल लगातार विरोधियों को निशाने पर लेकर चल रही हैं, वहीं उनके अपने सहयोगी ही उन्हें बर्दाश्त करने को तैयार नहीं हो रहे।
बठिंडा(विजय): लोकसभा चुनाव बिल्कुल सिर पर हैं लेकिन अकाली-भाजपा गठबंधन में तकरार लगातार बढ़ रही है। एक ओर जहां केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल लगातार विरोधियों को निशाने पर लेकर चल रही हैं, वहीं उनके अपने सहयोगी ही उन्हें बर्दाश्त करने को तैयार नहीं हो रहे।
ऐसा ही एक नजारा मंगलवार को उस समय देखने को मिला जब लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा की ओर से की गई पहली बैठक से अकाली नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। यही नहीं हरसिमरत कौर बादल की उपस्थिति में ही अकाली दल के मेयर बलवंत राय नाथ को कुर्सी तक नहीं दी गई व उन्हें भाजपा नेताओं के पीछे एक कोने में खड़ा होना पड़ा।
भाजपा के लोकसभा चुनाव के सह प्रभारी अशोक भारती की देखरेख में आयोजित इस बैठक में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल को साढ़े 10 बजे पहुंचना था लेकिन वह साढ़े 11 बजे पहुंचीं। केंद्रीय मंत्री के पहुंचने से पहले ही कई अकाली नेता कार्यक्रम में पहुंच गए। केंद्रीय मंत्री की आमद से पहले ही स्टेज से किसी ने अनाऊंसमैंट कर दी कि उक्त कार्यक्रम केवल भाजपा का है व अन्य किसी पार्टी के नेता यहां उपस्थित न रहें। इस पर कई अकाली नेता उठकर बाहर आ गए। यही नहीं बीबी हरसिमरत कौर के साथ पहुंचे अकाली दल के मेयर बलवंत राय नाथ पूरा समय खड़े रहे व उन्हें किसी ने कुर्सी नहीं दी।