Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Mar, 2018 07:11 AM
इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट में हुआ करोड़ों का तथाकथित महाघोटाला चीफ विजीलैंस ऑफिस पहुंच चुका है जिस पर आने वाले दिनों में बड़ी कार्रवाई होने पर कई कर्मचारियों पर इसकी गाज गिर सकती है। शिकायतकर्ता ने चीफ विजीलैंस ऑफिस में शिकायत करके आरोप लगाया है कि...
जालंधर(पुनीत): इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट में हुआ करोड़ों का तथाकथित महाघोटाला चीफ विजीलैंस ऑफिस पहुंच चुका है जिस पर आने वाले दिनों में बड़ी कार्रवाई होने पर कई कर्मचारियों पर इसकी गाज गिर सकती है। शिकायतकर्ता ने चीफ विजीलैंस ऑफिस में शिकायत करके आरोप लगाया है कि कर्मचारियों ने नियमों के विपरीत जाकर फाइलें क्लीयर करके सरकार को चूना लगाया है।
शिकायतकत्र्ता ने इस शिकायत को निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू, चीफ सैक्रेटरी, लोकल बॉडी डायरैक्टर को भी भेजा है ताकि इस पर तुरंत प्रभाव से कार्रवाई हो सके। इस शिकायत की कापी इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के ई.ओ. राजेश चौधरी के पास भी पहुंच चुकी है, जिन्होंने अपने स्तर पर जांच के आदेश जारी करते हुए सुपरिंटैंडैंट को जांच सौंप कर रिपोर्ट मांगी है। इस शिकायत पर कार्रवाई शुरू होने से इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के कर्मचारियों में सुगबुगाहट शुरू हो गई है।
कई फाइल इधर-उधर होने की आशंका
जिन स्कीमों के प्लाटों पर शिकायत के आधार पर कार्रवाई शुरू हुई है, उनकी फाइलें भी आसानी से नहीं मिल पा रही जिसके चलते दाल में काला होने की आशंका है। बताया जाता है कि कई दिनों पहले ट्रस्ट के ई.ओ. ने जो फाइलें मांगी थी, वह अभी तक नहीं मिल पाई हैं जिसके चलते जांच धीमी गति से चल रही है। बताया जाता है कि फाइलें न मिलने की बात कहकर मामले को लटकाने की कोशिश की जा रही है ताकि इस कार्रवाई में जितनी हो सके देरी की जा सके।
एक से अधिक कर्मचाारियों की मिलीभगत
बताया जाता है कि इस पूरे तथाकथित महाघोटाले को करना किसी एक कर्मचारी के बस का काम नहीं है। इसमें एक से अधिक कर्मचारियों की मिलीभगत हुई है। कई तरह के गलत कागजात लगाकर ये घपले किए गए हैं जिन पर आने वाले समय में बड़ी कार्रवाई होने पर कई चेहरे बेनकाब होंगे। आने वाले समय में विजीलैंस द्वारा ट्रस्ट ऑफिस में दबिश देकर फाइलों को कब्जे में लिया जा सकता है। इस पूरे घटनाक्रम में एक एजैंट टाइप का आदमी भी शामिल है।