Edited By Tania pathak,Updated: 06 Oct, 2020 10:25 AM
मुख्यमंत्री ने कहा कि मालगाडिय़ों का रास्ता लम्बे समय से बंद रहने से पंजाब में थर्मल प्लांटों के लिए...
जालंधर (धवन): केन्द्र के काले कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ाई में आंदोलनकारी किसानों को अपनी तथा अपनी सरकार की तरफ से पूरा समर्थन दोहराते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र ने किसान संगठनों से अपील की कि वे अपने रेल रोको आंदोलन में कुछ राहत देते हुए राज्य व लोगों के हितों की खातिर मालगाडिय़ों को जाने की अनुमति दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मालगाडिय़ों का रास्ता लम्बे समय से बंद रहने से पंजाब में थर्मल प्लांटों के लिए गंभीर स्थिति पैदा हो गई है। अब उनके पास 5-6 दिनों का कोयला ही बाकी बचा है। कोयले की सप्लाई न हुई तो सरकार को इन प्लांटों को बंद करना पड़ेगा। इससे बिजली सप्लाई बुरी तरह से प्रभावित होगी।
उन्होंने कहा कि पिछले एक सप्ताह से पंजाब में उर्वरकों का एक भी रैक पंजाब में नहीं आया है, जिससे किसानों को गेहूं की बुआई के समय उर्वरकों की कमी का सामना करना पड़ेगा इसलिए उर्वरक लेकर आने वाली माल गाडिय़ों को आने की अनुमति दी जाए। चावल तथा गेहूं को गोदामों में रखने के लिए जगह की जरूरत है, जिसे देखते हुए मौजूदा अनाज को अन्य राज्यों में भेजा जाना जरूरी है। एफ.सी.आई. को ऐसा करने की अनुमति दी जाए।
मुख्यमंत्री ने किसानों से अपील की कि वे उनके व्यक्तिगत आग्रह को देखते हुए पंजाब में कोयले, उर्वरकों तथा अनाज को आने-जाने के लिए माल गाडिय़ों को न रोकें।