Edited By Des raj,Updated: 25 Jul, 2018 06:36 PM
कैमिस्ट एसोसिएशन फाजिल्का द्वारा आज पुलिस की उपस्थिति में उनकी दुकानों को चैक किए जाने, उन्हें प्रताडि़त करने, दवाओं की आनलाइन ब्रिकी व अन्य समस्याओं को लेकर आज अपना 5 दिवसीय संघर्ष शुरू कर दिया।
फाजिल्का(नागपाल,लीलाधर): कैमिस्ट एसोसिएशन फाजिल्का द्वारा आज पुलिस की उपस्थिति में उनकी दुकानों को चैक किए जाने, उन्हें प्रताडि़त करने, दवाओं की आनलाइन ब्रिकी व अन्य समस्याओं को लेकर आज अपना 5 दिवसीय संघर्ष शुरू कर दिया। अपने संघर्ष के प्रथम दिन नगर व गांवों के करीब 200 कैमिस्टों ने अपनी दुकानों के बाहर रोष स्वरूप काले झंडे लगाए तथा बैनर लगाए जिस पर लिखा था कि ‘कैमिस्ट दवाएं बेचते हैं, नशा नहीं’।
संघर्ष से पूर्व एसोसिएशन की एक बैठक अध्यक्ष बाल कृष्ण कटारिया की अध्यक्षता में स्वतंत्रता सेनानी लाला सुनाम राए एम.ए. मैमोरियल वैल्फेयर सैंटर में हुई। बैठक के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए श्री कटारिया ने बताया कि कैमस्टिों को प्रताडि़त किए जाने के विरोध में तथा उनकी मांगों के पक्ष में 26 जुलाई को कैंडल मार्च निकाला जाएगा। 27 तथा 28 जुलाई को आधे दिन की हड़ताल की जाएगी। इसके बाद मांगें न माने पर वे 30 जुलाई को पूर्ण हड़ताल करेंगे।
एसोसिएशन के प्रांतीय सदस्य व जिला महासचिव संदीप भुसरी ने कहा कि वे राज्य सरकार के नशा मुक्ति अभियान की प्रशंसा करते हैं तथा इसका समर्थन करते हैं परन्तु ड्रग अथारिटी के अतिरिक्त चैङ्क्षंकग के नाम पुलिस व अन्य विभागों की दखलअंदाजी सहन नहीं करेंगे। उन्होंने बताया कि गत कुछ समय में अथारिटी ने राज्य की करीब 1300 दुकानों की चैकिंग की जिनमें से केवल 4 के पास से हैबिट फाॄमग दवाएं पाई गई। दोनों पदाधिकारियों ने कहा कि एसोसिएशन किसी भी नशा बेचने वाले का समर्थन नहीं करती और न ही ऐसे किसी दवा विके्रता का सहयोग करेगी।