अंधाधुंध हो रहा रासायनिक खाद और दवाओं का प्रयोग, भूजल हुआ जहरीला

Edited By swetha,Updated: 04 Feb, 2019 09:56 AM

chemical fertilizer

पंजाब में कुछ दशकों से रासायनिक खादों और दवाइयों के इस्तेमाल में कई गुणा बढ़ौतरी होने से विपरीत प्रभाव सामने आ रहे हैं कि बहुत से किसान अभी भी इन दवाइयों को सही तरीके से इस्तेमाल करने से अनभिज्ञ हैं। अनेक किसान तो खाद/दवाइयों की मात्रा पर ध्यान ही...

गुरदासपुर(हरमनप्रीत): पंजाब में कुछ दशकों से रासायनिक खादों और दवाइयों के इस्तेमाल में कई गुणा बढ़ौतरी होने से विपरीत प्रभाव सामने आ रहे हैं कि बहुत से किसान अभी भी इन दवाइयों को सही तरीके से इस्तेमाल करने से अनभिज्ञ हैं। अनेक किसान तो खाद/दवाइयों की मात्रा पर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। इसके परिणाम स्वरूप न सिर्फ किसानों के कृषि खर्चे बढ़े हैं, बल्कि सही ढंग न अपनाए जाने से दवाइयां कीड़ों पर तो असर नहीं करतीं, मगर फसल एवं मिट्टी-पानी को जहरीला जरूर बना देती हैं जो कैंसर के बढऩे का कारण बन रही हैं। 

अधिकतर किसानों को कीट नाशकों, नदीन नाशकों और फफूंद नाशकों के बीच फर्क पता न होने से किसान फफूंद वाली बीमारियों की रोकथाम हेतु भी कीट नाशकों का छिड़काव करते देखे जा सकते हैं, जबकि कीट नाशकों का इस्तेमाल दुश्मन कीट-पतंगों को मारने के लिए किया जाता है। इसी तरह नदीन नाशकों का इस्तेमाल नदीनों को मारने और फफूंद नाशकों का इस्तेमाल फफूंद से फैलने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए होती है। किसानों को ऐसी जानकारी न होने से दवाई विक्रेता कई बार अपनी आमदन के लिए उनसे व्यर्थ की दवाइयों का छिड़काव ही करवाते रहते हैं।

कीटनाशकों के डिब्बों पर बने निशानों से अनभिज्ञ
कीटनाशकों के डिब्बों पर एक चौरस निशान होता है, जिसके निचले भाग के रंग से इसके कम या अधिक खतरनाक होने का अनुमान लगाया जा सकता है, मगर किसानों को इस निशान पर उसके रंगों के बारे में भी ज्यादा ज्ञान नहीं है। इस निशान में नीचे बने त्रिकोण में लाल, पीला, नीला या फिर हरा रंग भरा होता है। लाल रंग से पता चलता है कि यह कीटनाशक सबसे अधिक घातक है। आम तौर पर फोरेट, फासडोमिडान और चूहे मारने के लिए प्रयोग की जाती जिंक सल्फेट आदि के डिब्बों पर लाल रंग का त्रिकोण होता है, जिनका खाने वाली सब्जियों और फसलों आदि पर प्रयोग नहीं किया जाना होता है।पीले रंग के निशान वाली दवाइयां मानव और जीव-जंतुओं के लिए तो घातक हैं, मगर ऐसी दवाइयों का इस्तेमाल जिन सब्जियों या फसलों पर किया जाता है, उन्हें पानी से धोने से इनका असर कम हो जाता है। 

नीले रंग के निशान वाले कीटनाशक उपरोक्त दोनों किस्म के कीटनाशकों के मुकाबले 
मानव एवं जीव-जंतुओं को प्रभावित नहीं करते। हरे रंग के निशान वाले डिब्बों में अधिकतर नदीन नाशक ही होते हैं, जो मानवों को नुक्सान पहुंचा सकते हैं, मगर मिट्टी के बीच रहते 
कीड़े-मकौड़ों को प्रभावित करते हैं।

कीट नाशकों के इस्तेमाल का समय और मात्रा की जानकारी होनी चाहिए 
रासायनिक दवाइयों का पूरा लाभ उठाने के लिए इनके प्रयोग का समय, तरीके और मात्रा संबंधी जानकारी होनी भी जरूरी है। कीट नाशक जहर आम तौर पर दो तरह से काम करते हैं। इनमें से कुछ जहर स्पर्श से काम करते हैं, जिन्हें कांटैक्ट जहर कहा जाता है, जबकि दूसरे किस्म के जहर सिस्टैमिक जहर कहलाते हैं। स्पर्श से काम करने वाली जहरों के संपर्क में जब कोई कीड़ा आता है तो यह उस पर सीधा असर कर उसे काबू लेता है, मगर सिस्टैमिक जहर पौधे के अंदर जाकर काम करता है। इसलिए कीट नाशकों के प्रयोग से पहले यह भी पता होना चाहिए कि कौन-सा कीड़ा या बीमारी फसल पर कैसे और किस हिस्से में हमला करती है। पत्ते खाने वाले कीड़े फसल के पत्ते खाकर नुक्सान करते हैं। इसी तरह रस चूसने वाले कीड़े पत्तों या किनारों से रस चूस कर नुक्सान करते हैं। रस चूसने वाले कीड़ों के लिए पौधे में चूसने वाले कीट नाशकों का इस्तेमाल करना चाहिए, जबकि सुंडी आदि को कंट्रोल करने के लिए छूने से मरने वाले कीट नाशकों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

स्प्रे सुबह या बाद दोपहर में करना चाहिए 

कीट नाशकों को स्प्रे करने का समय भी इनको असरदार बनाने में महत्वपूर्ण रोल अदा करता है। स्प्रे हमेशा सुबह या बाद दोपहर ठंडे समय में करना चाहिए। मौसम और हवा की गति का ध्यान रखते हुए हवा की ओर पीठ करके स्प्रे करना चाहिए। हवा की गति 5 कि.मी. प्रतिघंटा से अधिक होने की दशा में छिड़काव नहीं करना चाहिए।

सही स्प्रे पंप का चयन जरूरी
बहुत से किसानों को विभिन्न फसलों में दवाई का छिड़काव करने के लिए पंप और उसकी नोजल का चयन करने संबंधी ज्ञान नहीं है। ऊंची फसलों के लिए ट्रैक्टर की लिफ्ट से चलने वाले स्प्रे पंपों का इस्तेमाल करना चाहिए, जबकि झाड़ीदार फसलों के लिए नैपसैक पंप या बारीक फव्वारे वाले पंप का इस्तेमाल असरदार रहता है, इसके बावजूद अधिकतर किसान एक ही किस्म की नोजल से सभी दवाइयों का छिड़काव करते हैं।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!