Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Sep, 2017 09:29 AM
तहसील कॉम्पलैक्स में सरगर्म नकली वसीका नवीसों, अष्टाम फरोशों व टाइपिस्टों पर शिकंजा कसते हुए आज जिला माल अफसर (डी.आर.ओ.) मुकेश शर्मा की तरफ से तहसील की कई दुकानों पर छापेमारी की गई, जिनमें कई अनियमितताएं देखने को मिली हैं। डी.आर.ओ. ने मौके पर ही गलत...
अमृतसर (नीरज): तहसील कॉम्पलैक्स में सरगर्म नकली वसीका नवीसों, अष्टाम फरोशों व टाइपिस्टों पर शिकंजा कसते हुए आज जिला माल अफसर (डी.आर.ओ.) मुकेश शर्मा की तरफ से तहसील की कई दुकानों पर छापेमारी की गई, जिनमें कई अनियमितताएं देखने को मिली हैं।
डी.आर.ओ. ने मौके पर ही गलत तरीके से प्रैक्टिस कर रहे एक अष्टाम फरोश का लाइसैंस रद्द कर दिया, जबकि उन 6 टाइपिस्टों की दुकानों पर लगी नेमप्लेट भी उतार दी जो नोटरी पब्लिक का काम भी साथ में कर रहे थे।
मुकेश शर्मा ने पत्रकारों से कहा कि प्रशासन तहसील कॉम्पलैक्स में किसी भी प्रकार का गलत काम बर्दाश्त नहीं करेगा। तहसील कॉम्पलैक्स में नियमों का उल्लंघन किसी को भी नहीं करने दिया जाएगा। वसीका नवीस हो या फिर अष्टाम फरोश या फिर टाइपिस्ट, सभी कानून व नियमों के अनुसार काम करें। किसी भी व्यक्ति को नियम तोडऩे की अनुमति नहीं दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि तहसील कॉम्पलैक्स में जहां डी.सी. की तरफ से जारी वैध लाइसैंसी वसीका नवीस व अष्टाम फरोश काम कर रहे हैं, वहीं कुछ बिना लाइसैंस के ही काम करते नजर आते हैं। यहां तक कि कुछ दुकानदार तो ऐसे हैं, जो असला लाइसैंस, ड्राइविंग लाइसैंस, पासपोर्ट व अन्य दस्तावेज बनाने का काम कर रहे हैं और एजैंटी कर रहे हैं।
ये लोग तहसील में आने वाले मासूम लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाते हैं। पीड़ित लोग जब किसी अधिकारी से इस संबंध में शिकायत करते हैं तो जांच में पता चलता है कि जो व्यक्ति यह काम कर रहा था उसके पास लाइसैंस ही नहीं था। फिलहाल ऐसे बिना लाइसैंस वाले दुकानदारों के खिलाफ प्रशासन को सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है।