Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Dec, 2017 12:38 PM
श्री वैष्णो देवी मंदिर मोहल्ला गोबिंदगढ़ (पट्टी वाले) में देवी जी पट्टी वालों का 66वां जन्मदिन मनाया गया। सर्वप्रथम देव पूजनोपरान्त मां की पावन ज्योति पूजन हुआ तदोपरान्त महामाई का गुणगान हुआ। पूजन में मास्टर अमीरचंद, अशोक वधावन.....
जालंधर (शास्त्री): श्री वैष्णो देवी मंदिर मोहल्ला गोबिंदगढ़ (पट्टी वाले) में देवी जी पट्टी वालों का 66वां जन्मदिन मनाया गया। सर्वप्रथम देव पूजनोपरान्त मां की पावन ज्योति पूजन हुआ तदोपरान्त महामाई का गुणगान हुआ। पूजन में मास्टर अमीरचंद, अशोक वधावन, सुनील आनंद, रवि अग्रवाल, संत कुमार जौली, अमरीक शर्मा, सुदेश विज, डा. अशोक शर्मा, डा. सुरिंद्र सिंह पुस्सरी, विशाल अग्रवाल, सुरिंद्र शर्मा, सतीश शर्मा, राजेश भारद्वाज, विनोद शर्मा, विनोद अग्रवाल, अशोक अमरकोट, हैप्पी, बॉबी, राजन आदि ने हिस्सा लिया। मंच संचालक रूप लाल शर्मा ने सभी का स्वागत किया तथा मंदिर के इतिहास एवं देवी जी द्वारा दी जा रही समस्त धार्मिक, सामाजिक सेवाओं के बारे में जानकारी दी।
संत महापुरुष और ग्रंथ/ शास्त्र हमारे दिशा-निर्देशक : अवनीश अरोड़ा
इस दौरान श्रीराम नवमी उत्सव कमेटी के महासचिव अवनीश अरोड़ा ने कहा कि भारतीय धर्म-संस्कृति हमारी पहचान करवाती है, लेकिन आज पाश्चात्य सभ्यता का प्रभाव आने वाली पीढ़ी को अपनी धर्म-संस्कृति से दूर ले जा रहा है। ऐसी विकराल स्थिति में अगर संत-महापुरुष और ग्रंथ/शास्त्रों का सान्निध्य हमें नहीं मिला तो आने वाले समय में भारतीय धर्म-संस्कृति पर बहुत बड़ा आघात हो सकता है। उन्होंने कहा कि संत-महापुरुष और ग्रंथ/शास्त्र हमारे दिशा-निर्देशक हैं। इनका लाभ लेने हेतु हमें ऐसे आयोजनों से जुडऩे व आने वाली पीढ़ी को इनमें शामिल करने की जरूरत है।
धर्म और सेवा के रंग में रंगने वालों पर संसार का कोई रंग नहीं चढ़ता : राजीव वर्मा
इस दौरान विशेष तौर पर पधारे राजीव वर्मा एस.डी.एम. ने कहा कि हमारी सोच तभी शुद्ध होगी जब हमारा संग अच्छा होगा। सोच की शुद्धि के साथ हमारे कर्म शुद्ध होंगे और उनका फल भी शुद्ध ही होगा और धर्म और सेवा के रंग में रंगने वालों पर संसार का कोई रंग नहीं चढ़ता। इन सभी के लिए हमें धार्मिक माहौल पैदा करना होगा। इस दौरान मास्टर अमीरचंद ने सभी का धन्यवाद किया। नीटू चंचल एंड पार्टी (कैथल) द्वारा महामाई का गुणगान किया गया। इनके अलावा विभिन्न स्थानों से पधारी भजन प्रेमी संगत ने भजन गाए। सभी ने देवी जी को बधाई दी व उनका आशीर्वाद लिया। अंत में अटूट लंगर लगाया गया।