Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jan, 2018 09:39 AM
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने ऑडियो सी.डी. कांड मामले में चंडीगढ़ पुलिस द्वारा एक महीना बीत जाने पर भी एफ.आई.आर. दर्ज न करने पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि क्या न्यायिक प्रणाली में दलाली को उजागर करती इस सी.डी. मामले में मामला...
चंडीगढ़ (शर्मा): पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने ऑडियो सी.डी. कांड मामले में चंडीगढ़ पुलिस द्वारा एक महीना बीत जाने पर भी एफ.आई.आर. दर्ज न करने पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि क्या न्यायिक प्रणाली में दलाली को उजागर करती इस सी.डी. मामले में मामला दर्ज न करने के पीछे चंंडीगढ़ पुलिस पर कोई राजनीतिक या ज्यूडीशियरी का दबाव है? खैहरा ने बैंस बंधुओं जिन्होंने इस सी.डी. को एक पत्रकार सम्मेलन के दौरान जारी किया था, की जांच को लेकर पुलिस द्वारा साधी गई चुप्पी पर हैरानी जताई। खैहरा रविवार को अपने सरकारी निवास पर एक पत्रकार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के 4 जजों द्वारा देश की सबसे बड़ी अदालत में प्रशासनिक गड़बडिय़ों को सार्वजनिक करने के पश्चात अब यह जरूरी हो गया है कि चंडीगढ़ पुलिस न्यायिक प्रणाली में दलाली को उजागर करते ऑडियो सी.डी. मामले में एफ.आई.आर. दर्ज कर इसकी जांच सुनिश्चित करे।
खैहरा ने कहा कि बैंस बंधुओं के साथ उन्होंने मामले को गत 27 नवम्बर को हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के संज्ञान में लाने के पश्चात 11 दिसम्बर को चंडीगढ़ पुलिस के एस.पी. ऑप्रेशन एंड ट्रेङ्क्षनग रवि कुमार सिंह को लिखित में मामले की शिकायत व उक्त ऑडियो सी.डी. की प्रति प्रदान की थी लेकिन एक महीना बीतने के बाद भी चंडीगढ़ पुलिस चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने कहा कि यदि चंडीगढ़ पुलिस शीघ्र ही मामले में एफ.आई.आर. दर्ज नहीं करती है तो न्याय प्राप्त करने के लिए वह व बैंस बंधु हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
सिख संगत से मांगें माफी राणा गुरजीत
84 दंगों के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार न ठहराए जाने के संबंध में बिजली व सिंचाई मंत्री राणा गुरजीत सिंह के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए खैहरा ने कहा है कि राणा गुरजीत सिंह ने एक बहुत बड़ा बलंडर किया है जिसके लिए उन्हें सिख संगत से माफी मांगनी चाहिए तथा श्री अकाल तख्त को भी स्वयं संज्ञान लेकर राणा गुरजीत सिंह को तलब करना चाहिए। खैहरा ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले उजागर होने के बाद अब राणा गुरजीत सिंह अपनी कुर्सी बचाने के लिए सोनिया गांधी व राहुल गांधी को खुश करने का प्रयास कर रहे हैं। खैहरा ने कहा कि यदि राणा अपने बयान पर सिख संगत से माफी नहीं मांगते हैं तो सिखों को उनका सामाजिक बहिष्कार करना चाहिए।