Edited By Updated: 13 Feb, 2017 02:05 AM
पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जोगिन्द्र सिंह मान ने
फगवाड़ा(जलोटा): पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जोगिन्द्र सिंह मान ने रविवार को पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी से अपील की है कि वह सत्ता पक्ष की कठपुतली बनकर आदर्श चुनाव संहिता का उल्लंघन करने वाली फगवाड़ा पुलिस पर नकेल कसें। मुख्य चुनाव अधिकारी वी.के. सिंह को लिखे एक पत्र में मान ने कहा है कि आदर्श चुनाव आचार संहिता लगने के उपरांत पुलिस व सिविल प्रशासन को कानून अनुसार काम करना चाहिए, परन्तु फगवाड़ा पुलिस अभी भी विगत विधानसभा के विधायक के इशारे पर काम कर रही है।
10 फरवरी को फगवाड़ा के हदियाबाद इलाके में घटी एक बेहद अमानवीय घटना में फगवाड़ा पुलिस के 2 प्रमुख पुलिस अधिकारियों ने अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए एक निर्दोष महिला व उसके 2 मासूम बच्चों को जबरदस्ती घर से उठाकर थाने में लाकर बंद कर दिया तथा महिला व बच्चों को हिरासत में लेते समय उनके साथ महिला पुलिस भी मौजूद नहीं थी। इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी आदेशों का भी उल्लंघन हुआ है व इस कांड की एक वीडियो क्लिप भी रिकार्ड है, जिसमें उक्त वर्दीधारी पुलिस अधिकारी महिला को जबरदस्ती अपनी गाड़ी में धकेल रहा है। हाल ही में हुए मतदान में लोगों द्वारा पुलिस व राजनीतिक धक्केशाही के खिलाफ खुलकर डाली गई वोटें ही इस सारे मामले की जड़ हैं व पुलिस अब सत्ता पक्ष के खिलाफ मतदान करने वालों को धमका रही है।
शर्मनाक बात है कि कानून तोडऩे वाले अधिकारियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई करने की बजाय पुलिस के उच्चाधिकारी महिला व बच्चों पर हुई धक्केशाही के खिलाफ बोलने वालों पर मामले दर्ज करने की धमकी दे रहे हैं। उक्त धक्केशाही लोग कदापि बर्दाश्त नही करेंगे। मान ने चुनाव अधिकारी से अपील की है कि इस घटना के आरोपी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर लोकतंत्र की रक्षा करें
।
भाजपा विधायक कैंथ ने भी कर डाली पुलिस की निंदा
फगवाड़ा में राजनीतिक गलियारों में आज तब बड़ा धमाका हो गया जब यहां से भाजपा के विधायक सोम प्रकाश कैंथ ने फेसबुक पर एक पोस्ट डालते हुए लिखा कि विस चुनावों के बाद घटे घटनाक्रम में पुलिस थाना सतनामपुरा में पुलिस ने 2 पुलिस एफ.आई.आर. दर्ज की हैं। ‘‘एक मामले में पुलिस द्वारा बेहद गलत ढंग से (रूडली) कार्य करते हुए एक इज्जतदार महिला को पुलिस थाने लाया गया है। यह घटना निंदनीय है। मैंने एस.एस.पी. को इस केस में कड़ाई से पेश आने को कहा है।
उक्त केस में कुछ राजनेता, जिनकी आदत हर बात को राजनीतिक रंगत देने की बन चुकी है और कुछ लोग जो आदतन सोशल मीडिया पर गलत और भद्दे कमैंट्स देने के आदी हो चुके हैं, को मैंने सदैव बर्दाश्त किया है और इनकी इन हरकतों पर कोई रिएक्शन नहीं दिया है। आशा करता हूं कि इन्हें सद्बुद्धि मिलेगी। ’’
विधायक कैंथ द्वारा की गई पोस्ट में दिलचस्प पहलू यह है कि एक ओर जहां उन्होंने बिना किसी महिला का नाम लिए फगवाड़ा पुलिस की किरकिरी कर डाली है, वहीं 2 पुलिस केसों का हवाला दे उस केस संबंधी एक भी शब्द नहीं लिखा है, जिसमें उनके बेहद करीबी साथी और विस चुनावों में कट्टर समर्थक रहे नगर कौंसिल के पूर्व प्रधान बलभद्रसेन दुग्गल और उसके भाई हरि कृष्ण दुग्गल व 50 साथी समर्थकों के विरुद्ध थाने में घुसकर हंगामा, थाने का गेट बंद करने के संगीन आरोप लगाकर केस दर्ज किया हुआ है।