Edited By Updated: 08 May, 2017 09:48 AM
इन दिनों महानगर में विभिन्न जगहों पर बिक रहा बेलगिरी का जूस आपको ठंडक या ताजगी के बजाए बीमारियों की सौगात जरूर दे सकता है।
भटिंडा(पायल): इन दिनों महानगर में विभिन्न जगहों पर बिक रहा बेलगिरी का जूस आपको ठंडक या ताजगी के बजाए बीमारियों की सौगात जरूर दे सकता है। यदि आप सेहत बनाने के नाम पर ताजा जूस पी रहे हैं तो जरा सावधान हो जाइए, क्योंकि महानगर में रेहडिय़ों पर बेलगिरी के जूस के नाम पर कैमिकल बेचा जा रहा है। यह जूस शहर ही नहीं, बल्कि आस-पास की मंडियों और गांवों में भी धड़ल्ले से बिक रहा है।
कैमिकल से तैयार होता है गाढ़ा पेय
बेलगिरी जूस के नाम पर बिकने वाला पेय वास्तव में जूस नहीं, बल्कि कैमिकल से तैयार गाढ़ा पेय होता है। बाजार में पत्थर चट्ट व बेलगिरी पाऊडर के नाम से उपलब्ध मिश्रण में अतिरिक्त फ्लेवर हेतु लाल व पीला रंग, कास्टिक सोडा और मीठे हेतु सक्रीन का प्रयोग किया जाता है। लगभग 3 लीटर पानी में उक्त सभी कैमिकल की करीब 100 ग्राम मात्रा मिलाई जाती है, जिससे लगभग 10 गिलास जूस तैयार होता है। इसे बनाने में महज 20 रुपए खर्च आता है और इसकी बिक्री करीब 200 रुपए में होती है।
बेलगिरी का जूस एक आयुर्वैदिक औषधि
कैमिकल युक्त होने की वजह से यह जम भी सकता है, इसलिए इसे बर्फ मिलाकर ठंडा रखा जाता है। बेलगिरी जूस के नाम पर रेहडिय़ों पर, जो बाल्टियां भरकर रखी जाती हैं, उतना जूस निकालने के लिए एक क्विंटल से भी अधिक बेलगिरी की जरूरत होती है। बेलगिरी का जूस एक आयुर्वैदिक औषधि है, जिसका उत्पादन केरल के साथ अन्य दक्षिणी राज्यों व हिमालय के तराई क्षेत्रों में होता है। ऑफ सीजन में भी इस फल की कीमत कभी 60 से 70 रुपए प्रति किलोग्राम से कम नहीं होती और गर्मियों में मांग बढऩे के कारण दाम भी काफी बढ़ जाते हैं, जिस कारण नकली जूस बेचने की संभावना बढ़ जाती है।
युवकों ने बनाकर दिखाया कैमिकल जूस
लोगों के स्वास्थ्य के मद्देनजर ‘पंजाब केसरी’ ने उक्त मामले की पड़ताल करते हुए इस धंधे में लिप्त कुछ युवकों से संपर्क साधा, जिन्होंने मौके पर ही कैमिकल से हू-ब-हू बेलगिरी का जूस तैयार करके दिखाया। यू.पी. के रहने वाले इन युवकों ने कैमरे के सामने जूस तैयार किया और साथ ही अधिक कमाई के चक्कर में उक्त धंधा करने की बात भी कबूली। उन्होंने बताया कि गर्मियों में पंजाब ही नहीं, राजस्थान व हरियाणा में भी कैमिकल से बना बेलगिरी जूस बेचकर भारी मुनाफा कमाया जाता है।
त्वचा व आंत रोग दे सकता है कैमिकल जूस
स्वास्थ्य माहिरों की मानें तो कैमिकल से तैयार जूस त्वचा व आंत रोग दे सकता है। इसका सबसे अधिक नुक्सान पेट की आंतों को ही होता है, क्योंकि कैमिकल पेट में जमने से गंभीर रोग लग सकते हैं, साथ ही त्वचा रोग व एलर्जी होने की संभावना भी अधिक रहती है।