Edited By Tania pathak,Updated: 13 Dec, 2020 09:36 AM
जब 24 नवंबर को पंजाब के किसान अपने हकों की लड़ाई के लिए दिल्ली कूच करने के लिए तैयारी कर रहे थे तो कैप्टन ने बिजली का ठेका किसानों के दुश्मनों को दे दिया
चंडीगढ़ (रमनजीत): पंजाब का किसान कॉर्पोरेट घरानों की तरफ से की जाने वाली लूट के डर के तौर पर केंद्र के नये 3 खेती कानूनों खिलाफ अपना घर -परिवार छोड़ कर आंदोलन कर रहा है और दूसरी तरफ पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के किसानों के साथ गद्दारी करते कॉर्पोरेट घरानो को पंजाब की बिजली का ठेका दे दिया है। यह इल्ज़ाम आम आदमी पार्टी (आप) की यूथ विंग की सह -प्रधान अनमोल गगन मान और जगतार सिंह संघेड़ा ने लगाए।
उन्होंने कहा कि जब 24 नवंबर को पंजाब के किसान अपने हकों की लड़ाई के लिए दिल्ली कूच करने के लिए तैयारी कर रहे थे तो उस समय कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने किसानों की पीठ पीछे राज्य की बिजली का ठेका किसानों के दुश्मनों को दे दिया और कैप्टन किसानों को कहते रहे कि वह आंदोलन कर रहे किसानों के साथ है।
अनमोल ने कहा कि दिखावे के तौर पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन ने किसान आंदोलन का समर्थन किया परन्तु जिन खिलाफ किसान लड़ रहे हैं, उन कॉर्पोरेट घरानों के ही कैप्टन मध्यस्थ बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब विधानसभा मतदान से पहले मनप्रीत सिंह बादल ने थर्मल की चिमनियाँ में से धुआं निकालने का वायदा किया था परन्तु उन की नीतियों ने लोगों का ही धुआं निकाल दिया।