Edited By Vatika,Updated: 15 Dec, 2018 10:31 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने 1984 के संवेदनशील मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए अकाली दल को आड़े हाथों लिया है। अकाली दल ने 1984 के मुद्दे को लेकर मध्य प्रदेश के नए मनोनीत किए गए मुख्यमंत्री कमलनाथ पर सियासी हमला किया था।
जालंधर (धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने 1984 के संवेदनशील मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए अकाली दल को आड़े हाथों लिया है। अकाली दल ने 1984 के मुद्दे को लेकर मध्य प्रदेश के नए मनोनीत किए गए मुख्यमंत्री कमलनाथ पर सियासी हमला किया था।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा के अंदर अकाली विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा उठाए गए इस मुद्दे का जवाब देते हुए कहा कि जहां तक पूर्व केन्द्रीय मंत्री के विरुद्ध आरोपों का संबंध है, उस मामले में कानून ने अपना कार्य किया है। वास्तविकता यह है कि कमलनाथ 10 वर्षों तक केन्द्रीय मंत्री रहे। उस समय तो उन पर कोई आरोप नहीं लगाया गया। नानावती आयोग की रिपोर्ट में मात्र उल्लेख आने पर कमलनाथ को दोषी नहीं माना जा सकता है।
किसी को भी 1984 के संवेदनशील मुद्दे पर अपनी राजनीतिक रोटियां नहीं सेंकनी चाहिएं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल तथा सुखबीर सिंह बादल व परमिन्द्र ढींढसा की कमलनाथ के साथ हुई बैठकों की तस्वीरें भी सदन में लहराईं। इसके अलावा आलू उत्पादकों को पेश आ रही कीमतों संबंधी मुश्किलों को जल्द हल करने का मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया है। मुख्यमंत्री ने संकट में से गुजर रहे आलू उत्पादक किसानों के साथ सरकार की एकजुटता जाहिर करते हुए कहा कि यह मामला पहल के आधार पर हल किया जाएगा।