Edited By swetha,Updated: 16 Apr, 2018 04:42 PM
पिछले लंबे समय से लटकता आ रहा पंजाब कैबिनेट का विस्तार 19 अप्रैल को हो सकता है। इसके संकेत मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने चंडीगढ़ में पत्रकारों से वार्ता के दौरान दिए।
जालंधर(धवन): पंजाब कैबिनेट में अगले कुछ दिनों में विस्तार की संभावनाओं को देखते हुए कई कांग्रेसी विधायक दिल्ली पहुंच गए हैं ताकि वह अपने मंत्री पदों को सुरक्षित रख सकें। जबकि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने संभवित मंत्रियों की सूची पहले ही तैयार कर ली है। मुख्यमंत्री अमरेन्द्र 18 अप्रैल को दिल्ली पहुंच रहे हैं, जबकि पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ पहले से ही दिल्ली में मौजूद हैं। पंजाब कांग्रेस की प्रभारी आशा कुमारी व सह प्रभारी हरीश चौधरी भी कल तक दिल्ली में उपलब्ध हो जाएंगे।
कांग्रेसी हलकों से पता चला है कि जिन कांग्रेसी विधायकों के नाम मंत्री पदों के लिए चल रहे हैं, इनमें में से कई दिल्ली पहुंच गए है ताकि अंतिम समय में कोई फेरबदल न हो जाए। कई विधायकों ने मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह से सीधे संपर्क साधने की कोशिश की है। मंत्रिमंडल विस्तार की तरफ अनेकों विधायकों की नजरें टिकी हुई हैं। यह पता चला है कि मुख्यमंत्री अमरेन्द्रसिंह ने मंत्रियों के साथ अटैच किए जाने वाले विधायकों जिन्हें लैजिस्टेटिव एसिस्टैंट का नाम दिया जाएगा, की सूचियां भी बनानी शुरू कर दी हैं।
माना जा रहा है कि पहले चरण में कुछ विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी तथा उसके बाद संभवत: लैजिस्टेटिव एसिस्टैंट्स की नियुक्तियां कर दी जाएंगी। इसलिए कई विधायक इस कोशिश में लगे हुए हैं कि अगर मंत्री पद नहीं मिलता है तो कम से कम वह अपना स्थान लैजिस्टेटिव एसिस्टैंटस में सुरक्षित कर लें। मुख्यमंत्री अमरेन्द्र द्वारा लैजिस्टेटिव एसिस्टैंट्स की नियुक्तियों में देरी नही ंकी जाएगी। 2019 मिशन को लेकर कैप्टन गंभीर हो गए हैं तथा अब वह सत्ता का विकेन्द्रीयकरण निम्र स्तर तक करने जा रहे हैं ताकि कार्यकत्र्ताओं को व जनता को अपने सरकारी काम करवाने में उच्च दरबार तक भाग दौड़ न करनी पड़े।