Edited By Vaneet,Updated: 19 Jul, 2018 09:26 PM
आतंकवाद के बाद अब नशे की समस्या से जूझ रहे पंजाब ने नशे की तस्करी पर काबू पाने के लिए हरियाणा, हिमाचल प्रदेश...
चंडीगढ़ः आतंकवाद के बाद अब नशे की समस्या से जूझ रहे पंजाब ने नशे की तस्करी पर काबू पाने के लिए हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों से सहयोग की मांग की है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है। इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री से भी सहयोग की माँग की है। उन्होंने पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया है कि वे अपने यहां नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें ताकि वे इन स्थानों को अपना ठिकाना बनाने की सोचें भी नहीं।
उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ,हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को पत्र लिखे हैं। कैप्टन सिंह ने कहा कि उनकी सरकार राज्य से नशे का खात्मा करने के प्रति वचनबद्ध है क्योंकि नशा युवाओं को अपनी चपेट में ले रहा है जिसका दुष्प्रभाव पूरे देश पर पड़ रहा है। यह कोई एक राज्य का मामला नहीं। ऐसे हालात का मुकाबला सभी के सहयोग से किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि देश में नशे की रोकथाम के लिए राष्ट्रीय नीति बहुत ज़रुरी है ।पड़ोसी राज्यों में तालमेल और सहयोग से इसे खत्म किया जा सकता है। पंजाब पुलिस नशा तस्करों पर नकेल डालने के लिए भरसक प्रयास कर रही है। उन्होंने श्री राजनाथ सिंह से कहा कि नशे के तस्कर पंजाब से भाग कर पड़ोसी राज्यों में छिपे हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय सरहद के पार नशे की तस्करी होने के अलावा हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली जैसे पड़ोसी राज्यों के द्वारा भी पंजाब में नशे की तस्करी होने की रिपोर्टें हैं ।नशे की खेती करने वाले राज्यों से पंजाब को नशे की सप्लाई हो रही हैं।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री को कहा कि वो दिल्ली पुलिस को निर्देश जारी कर नशा रोकने के लिए प्रभावी रणनीति तैयार करें। ज्ञातव्य है कि पिछले एक माह में नशे के आदी लगभग तीस युवकों की मौत हो चुकी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इन युवकों की मौत नशे में मिलाये गये केमिकल पाउडर की मात्र अधिक लेने से हुई क्योंकि सरकार के नशा विरोधी मुहिम ने नशा तस्करों की पीठ तोड़ दी जिससे नशे की सप्लाई लाइन टूट गयी और नशा विक्रेता नशे की कमी के कारण उसमें केमिकल पाउडर डालकर बेचने लगे।