Edited By Vaneet,Updated: 19 Jun, 2019 10:09 PM
बठिंडा और श्री मुक्तसर साहिब में नशे के ओवरडोज से हुई दो मौतों की घटनाओं की निंदा करते हुए आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के वरिष्ठ नेता और...
चंडीगढ़ः बठिंडा और श्री मुक्तसर साहिब में नशे के ओवरडोज से हुई दो मौतों की घटनाओं की निंदा करते हुए आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के वरिष्ठ नेता और विरोधी पक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने आज आरोप लगाया कि पिछली प्रकाश सिंह बादल सरकार की तरह कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार भी नशे को काबू करने में पूरी तरफ असफल साबित हुई है।
चीमा ने यहां जारी बयान में कहा कि नशे के ओवरडोज से मौतों की घटनाओं का सिलसिला जारी रहना यह दर्शाता है कि प्रदेश में नशे की बीमारी बेकाबू हो गई है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने श्री गुटका साहिब की कसम खा कर सत्ता संभालने के 4 हफ्तों में राज्य से नशा और तस्करों के नेटवर्क को पूरी तरह से खत्म करने का वायदा किया था लेकिन ढाई साल बीत जाने के बावजूद जो हालत पंजाब में बने हुए हैं, वह बेहद चिंता का विषय है। चीमा ने याद करवाया कि कैसे कुछ महीने पहले रामा मंडी (बठिंडा) की एक स्कूली छात्रा ने खुलासे किए थे कि नशे के व्यापारी गली-मोहल्लों तक नशे की ‘होम डिलीवरी' करते हैं और स्कूली विद्यार्थियों और छात्रों को नशों के चंगुल में फंसाते हैं।
उन्होंने कहा कि नशे का कारोबार राजनीतिक व पुलिस-प्रशासन की सरपरस्ती के बिना नहीं चल सकता और हाल ही में फिरोजपुर के एसएसपी सन्दीप गोयल की तरफ से नशा माफिया में पुलिस विभाग की ‘काली भेड़ों‘ की मिलीगत के बारे में किए दावों ने सब कुछ साफ कर दिया है। चीमा के मुताबिक अफसोस इस बात का है कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह सरकार ने नशे के विरुद्ध जितनी सख्ती और फुर्ती के साथ कदम उठाने चाहिए थे और नशे के बड़े तस्करों को दबा कर सप्लाई चेन तोड़नी चाहिए थी, ऐसा कुछ नहीं किया, बल्कि बादलों की तरह नशा माफिया के समक्ष घुटने टेक दिए।
चीमा ने कहा कि एनसीबी (नाकरटिकस कंट्रोल ब्यूरो) का पंजाब में नशों के खिलाफ मुहिम छेड़ना जहां स्वागत योग्य कदम है, वहीं इसने साबित कर दिया है कि पंजाब में राज्य सरकार की सुस्ती और नशा माफिया की गहरी जड़ों के कारण नशा इस कदर फैल गया है कि उस पर काबू पाना कैप्टन सरकार के भी वश में नहीं रहा। चीमा ने सभी सामाजिक और धार्मिक संगठनों समेत समूचे पंजाब को आह्वान किया कि जितनी देर समाज नशा और नशा तस्करों के विरुद्ध खुद नहीं डटेगा, उतनी देर नशे पर काबू पाना मुश्किल रहेगा।