Edited By Vaneet,Updated: 28 Aug, 2018 09:39 PM
पंजाब विधानसभा अध्यक्ष ने आज यहां शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के आरोपों की जांच करने के लिए सदन की एक समिति का गठन किया। ....
चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा अध्यक्ष ने आज यहां शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के आरोपों की जांच करने के लिए सदन की एक समिति का गठन किया। बादल ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह ने अपने आवास पर सिख उपदेशक बलजीत सिंह दादूवाल से मुलाकात की थी। आरोप है कि यह मुलाकात न्यायाधीश (सेवानिवृत) रंजीत सिंह आयोग की अपवित्रीकरण की घटनाओं पर रिपोर्ट के विधानसभा में पेश किए जाने से एक दिन पहले हुई।
मुख्यमंत्री के अनुरोध को मानते हुए अध्यक्ष राणा के.पी. सिंह ने मंत्री सुखजिंद्र सिंह रंधावा के नेतृत्व में समिति गठित की। शिअद सदस्यों द्वारा उठाए मुद्दे में हस्तक्षेप करते हुए अमरिन्दर सिंह ने शिअद अध्यक्ष पर गलत सूचना देकर सदन को भ्रमित करने का आरोप लगाया। शिअद सदस्य अध्यक्ष के आसन्न के समीप आ गए और उन्होंने हवा में रिपोर्ट की प्रतियां लहराई।
शिअद अध्यक्ष ने पूछा, ‘‘किन वजहों से दादूवाल रविवार रात को मुख्यमंत्री आवास गए थे। मुख्यमंत्री साहब आप मुझसे बहुत वरिष्ठ हैं, मैं आपसे बहुत जूनियर हूं लेकिन आपको जवाब देना चाहिए। आपने बैठकें करने के लिए अपने मंत्रियों को भी दादूवाल से मिलने भेजा। ये कौन लोग हैं, ये खालिस्तान के समर्थक हैं। अब षडयंत्रों का खुलासा किया जाना चाहिए।’’ बहरहाल, मुख्यमंत्री ने अकालियों पर गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘अगर आपके आरोपों में कोई सच्चाई है तो मैंने मुख्यमंत्री आवास में और उसके आसपास के सभी सी.सी.टी.वी. कैमरों की जांच करने के लिए भी कल कहा था। वे (अकाली) सदन में गलत सूचना देने के मास्टर बन गए हैं।’’
शिअद प्रमुख ने विधानसभा में अमरिन्दर सिंह की कथित तौर पर दादूवाल के साथ एक तस्वीर भी दिखाई, इसके बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उस समय खींची गई थी जब एक प्रतिनिधिमंडल इस साल की शुरुआत में पंजाब भवन में उनसे मिलने आया था। आप विधायक एच.एस. फुल्का ने बादल पर बरसते हुए कहा कि चूंकि सिख उपदेशक धमकियों का सामना कर रहा है और उन्हें इस मुद्दे पर अमरिन्दर सिंह के पास जाने का पूरा अधिकार है इसलिए मुख्यमंत्री की दादूवाल से मुलाकात में कुछ भी गलत नहीं है।