Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Dec, 2017 09:26 AM
भारतीय बॉक्सिंग क्षेत्र में नाम कमाने वाले कौर सिंह (69), जिनको आॢथक तंगी के कारण अपने हृदय रोग का इलाज करवाने के लिए फाइनांसरों से 2 लाख रुपए का कर्जा लेना पड़ा था, का मामला उभरने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने उसका स्वत: संज्ञान...
जालन्धर(धवन): भारतीय बॉक्सिंग क्षेत्र में नाम कमाने वाले कौर सिंह (69), जिनको आॢथक तंगी के कारण अपने हृदय रोग का इलाज करवाने के लिए फाइनांसरों से 2 लाख रुपए का कर्जा लेना पड़ा था, का मामला उभरने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने उसका स्वत: संज्ञान लेते हुए बॉक्सर कौर सिंह के लिए 2 लाख रुपए की राशि राज्य सरकार की ओर से मंजूर कर दी। कैप्टन ने आज ट्वीट किया कि उन्हें बॉक्सर कौर सिंह की हालत के बारे में जानकर भारी दुख हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्भाग्य से उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि कौर सिंह भारी आर्थिक तंगी के दौर में से गुजर रहे हैं। वह तुरन्त अपनी सरकार की ओर से बॉक्सर कौर सिंह का मैडीकल कर्जा चुकाने के लिए 2 लाख रुपए की राशि मंजूर कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बॉक्सर के स्वस्थ जीवन तथा तेजी से स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना भी की है।कौर सिंह भारत के एकमात्र ऐसे बॉक्सर थे, जो बॉक्सिंग चैम्पियन मोहम्मद अली के विरुद्ध रिंग में उतरे थे। 1980 में दिल्ली में हुए प्रदर्शनी मैच में कौर सिंह ने मोहम्मद अली को कड़ी टक्कर दी थी। 1982 के एशियाई खेलों में कौर सिंह ने स्वर्ण पदक जीता था। 1982 में ही उन्हें अर्जुन अवार्ड भी प्राप्त हुआ था। 1983 में उन्हें भारत सरकार ने पद्मश्री दिया था। 1984 में लॉस एंजल्स ओलिम्पिक खेलों में अंतिम बार कौर सिंह ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था। उस समय उन्होंने बॉकिं्सग चैम्पियनशिप में आरम्भिक 2 मैच जीते भी थे।
कौर सिंह 1971 में 23 वर्ष की आयु में भारतीय सेना में हवलदार के पद पर भर्ती हुआ था। 1988 में सेना ने उन्हें विशिष्ट सेवा मैडल देकर भी सम्मानित किया था। 1971 में भारत-पाक युद्ध में शौर्य का प्रदर्शन करने के कारण कौर सिंह को सेना मैडल भी मिला था। अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कौर सिंह ने लगभग 6 स्वर्ण पदक जीते थे। खेलों से रिटायर होने के बाद से कौर सिंह की आॢथक हालत खराब होनी शुरू हो गई। अब इलाज के लिए मात्र 2 लाख की राशि के लिए उन्हें इधर-उधर ऋण लेने के लिए भटकना पड़ा। मुख्यमंत्री अमरेन्द्र के ध्यान में जब मामला आया तो उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए कौर सिंह को राहत पहुंचाई।