Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Sep, 2017 02:24 PM
स्व. पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की 22वीं बरसी पर पंजाब सरकार की ओर से ‘सर्व धर्म का सम्मेलन’ के द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री को श्रद्धांजलि दी गई।
चंडीगढ़ः स्व. पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की 22वीं बरसी पर पंजाब सरकार की ओर से ‘सर्व धर्म का सम्मेलन’ के द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री को श्रद्धांजलि दी गई। यह राज्य स्तरीय समागम सैक्टर-42 स्थित बेअंत सिंह यादगार में करवाया गया। इस अवसर पर उपस्थित पंजाब सरकार के 5 कैबिनेट मंत्रियों सहित अनेक शख्शियतों ने बेअंत सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह अदालत में पेश होने के चलते कार्यक्रम में नहीं पहुंचे सके। उन्होंने अपने संदेश के जरिए पंजाब और इसके लोगों के लिए बेअंत के बलिदान को याद किया।
कैप्टन ने कहा कि राज्य की शांति और सद्भावना के लिए बेअंत सिंह द्वारा दिए गए योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि बेअंत सिंह की हत्या सूबों के इतिहास का एक काला दिन था परंतु उनकी कुर्बानी के फलस्वरूप सूबे को आंतकवाद से छुटकारा मिला। कैप्टन अमरेंद्र सिंह के राजनीतिक सचिव कैप्टन संदीप सिद्धू ने उन की की तरफ से यादगार पर फूल मालाएंं भेंट की।इस अवसर पर विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों ने धार्मिक प्रवचनों और कीर्तन से पूर्व मुख्यमंत्री की बिछड़ी रूह की शान्ति के लिए प्रार्थना की। पूर्व मुख्यमंत्री के परिजनों में पोते और संसद मैंबर रवनीत सिंह बिट्टू और विधायक गुरकीरत सिंह कोटली ने स. बेअंत सिंह के नक्शे कदमों पर चलने का प्रण लिया। उन्होंने आज राज्य स्तरीय समागम दौरान श्रद्धांजलि देने पहुंचे सभी लोगों का धन्यवाद भी किया।
‘सर्व धर्म का सम्मेलन’ में शामिल होने वालों में ब्रह्म महिंन्द्रा, नवजोत सिंह सिद्धू, मनप्रीत सिंह बादल, तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा और साधु सिंह धर्मसोत, सांसद रवनीत सिंह बिट्टू, पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़, पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन लाल सिंह, मार्कफैड चेयरमैन स. अमरजीत सिंह समरा, बेअंत सिंह के पुत्र तेजप्रकाश सिंह और बेटी गुरकंवल कौर (पूर्व मंत्री), पोत्र गुरकीरत सिंह कोटली (विधायक) और गुरइकबाल सिंह हनी (डी.एस.पी.) और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के राजसी सचिव कैप्टन संदीप सिंह सिद्धू भी उपस्थित थे।