Edited By Vatika,Updated: 25 Jan, 2019 08:43 AM
प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कर्जे की मार तले डूबे किसानों को सहारा न दिए जाने पर भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर बरसते हुए कहा कि यदि केंद्र सरकार ने किसानों के प्रति अपना बर्ताव न बदला तो पंजाब समेत देश के शेष राज्यों में...
रूपनगर/श्री आनंदपुर साहिब(विजय): प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कर्जे की मार तले डूबे किसानों को सहारा न दिए जाने पर भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर बरसते हुए कहा कि यदि केंद्र सरकार ने किसानों के प्रति अपना बर्ताव न बदला तो पंजाब समेत देश के शेष राज्यों में किसान खुदकुशियां करने से नहीं रुकेंगे।
ऋण राहत स्कीम को लाँच करते समय किया संबोधन
प्रदेश सरकार की ऋण राहत स्कीम के तीसरे पड़ाव की शुरूआत खालसे की जन्मभूमि श्री आनंदपुर साहिब से करते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रदेश अपने स्तर पर किसानों को ऋणों के जाल से मुक्त नहीं कर सकते। जिसके कारण केंद्र को चाहिए कि वह किसानों की मदद के लिए आगे आए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के लिए किए जा रहे प्रयास नाकाफी हैं। जिसके कारण केंद्र सरकार किसानों का ऋण माफ करे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को विरसे में 2.08 लाख करोड़ रुपए का ऋण मिला था, जिस करके वह प्रदेश सरकार के सीमित साधनों में से जो अधिक से अधिक हो सकता है, वह किसानों के लिए कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि इस पड़ाव के तहत सहकारी बैंकों के 1.42 लाख किसानों को 1009 करोड़ की ऋण राहत दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि तीसरे पड़ाव के मुकम्मल होने के उपरांत चौथे पड़ाव के तहत व्यापारिक बैंकों के 18000 किसानों को ऋण राहत स्कीम के तहत कवर किया जाएगा। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को ऋण से राहत प्रदान करने के लिए छोटे तथा मध्यमवर्गीय किसानों के लिए 2 लाख रुपए प्रति किसान ऋण राहत स्कीम की शुरूआत की गई है। इस मौके पर इक ट्ठ को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पंजाब ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सहकारी बैंकों के 3.18 लाख छोटे किसानों को 1815 करोड़ रुपए की ऋण राहत स्कीम के तहत लाभ पहुंचाने के अलावा व्यापारिक बैंकों के 1.04 लाख छोटे किसानों को 1689 करोड़ की ऋण राहत प्रदान की जा चुकी है।