Edited By Vatika,Updated: 19 Nov, 2020 03:57 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के पुत्र रनिंदर सिंह गुरुवार को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के कथित उल्लंघन के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय के जालंधर कार्यालय में पेश हुए।
जालंधरः पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के पुत्र रनिंदर सिंह गुरुवार को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के कथित उल्लंघन के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय के जालंधर कार्यालय में पेश हुए। वह अपने वकील और कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल के साथ ईडी कार्यालय पहुंचे। ईडी ने कथित तौर पर विदेश में अघोषित संपत्ति रखने के संबंध में फेमा के तहत एजेंसी द्वारा दर्ज एक मामले में रनिंदर को समन जारी किया था।
इससे पहले रनिंदर 27 अक्टूबर और छह नवंबर को ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे। ईडी ने 2016 में रनिंदर से पूछताछ की थी और उनसे स्विटरजरलैंड में धन के कथित अंतरण और ब्रिटिश वर्जिन द्वीपसमूह में एक न्यास और कुछ सहायक संस्थाएं खोलने के बारे में स्पष्टीकरण मांगा गया था। विदेश में कथित रूप से संपत्ति होने के मामले की पहले आयकर विभाग ने जांच की थी। इससे पहले रनिंदर सिंह ने किसी भी गड़बड़ी से इनकार किया था। पिछले महीने कांग्रेस महासचिव और पार्टी प्रभारी हरीश रावत ने समन के समय को लेकर सवाल उठाया था।
क्या है मामला
गौरतलब है कि रणइंद्र पर आयकर विभाग ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में केस दर्ज किया हुआ है। 2005-07 के इस मामले में कथित रूप से अर्जित की गई विदेशी संपत्ति को उनके कर रिटर्न में घोषित न करने का आरोप है। ईडी द्वारा जांच से ज्यूरिख, स्विटज़रलैंड के लिए धन की आवाजाही और ब्रिटिश वर्जिन द्वीप समूह के कुछ ट्रस्टों और सहायक कंपनियों की पहचान हुई है। हालांकि दूसरी और पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और रणइंद्र दोनों ने ईडी और आईटी विभाग द्वारा लगाए गए सभी आरोपों से इनकार किया है। फ़िलहाल आयकर विभाग और अन्य जांच एजेंसियों द्वारा जांच की जारी है।