Edited By swetha,Updated: 19 Feb, 2019 08:20 AM
पुलवामा आतंकी हमले के बाद दिए गए बयान से पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
चंडीगढ़:पुलवामा आतंकी हमले के बाद दिए गए बयान से पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की मुश्किलें बढ़ गई हैं। विरोधी दल तो उनके खिलाफ पहले से मोर्चा खोले ही बैठे हैं। अब उन्हीं की पार्टी के नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने भी सिद्धू के बयान से किनारा कर लिया है। अमरेंद्र सिंह ने इसे सिद्धू का निजी बयान बताया।
एक टी.वी. चैनल से खास बातचीत में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा कि सिद्धू से करतारपुर कॉरिडोर के वक्त भी पाकिस्तान न जाने के लिए कहा था लेकिन वह नहीं माने। कैप्टन ने कहा कि मैं एक सिपाही रहा हूं और सिद्धू एक क्रिकेटर रहे हैं इसलिए सिद्धू जवानों की भावनाओं को नहीं समझ सकते। उन्होंने कहा कि मैं सेना में रहा हूं और मुझे पता है कि जवानों की शहादत क्या होती है लेकिन सिद्धू जवानों का दर्द नहीं समझ सकते।
पुलवामा हमले में सिद्धू ने यह दिया था बयान
बता दें कि पुलवामा आत्मघाती हमले में सी.आर.पी.एफ . के जवानों के शहीद होने की घटना की व्यापक निंदा और पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग के बीच पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने अलग राय रखी थी। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के साथ बातचीत जारी रहनी चाहिए। भारत व पाकिस्तान के बीच मुद्दों का स्थायी हल खोजने की जरूरत है। उन्होंने कहा था कि आतंकियों का कोई देश, धर्म और जाति नहीं होती।
सांप के काटे की दवा सांप का जहर होती है। दोनों परमाणु सम्पन्न पड़ोसियों के बीच मामलों को सुलझाने के लिए किसी कार्रवाई को नहीं बल्कि बातचीत को सही ठहराया। उन्होंने कहा था कि चंद लोगों की वजह से पूरे पाकिस्तान को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। उल्लेखनीय है कि जब नवजोत सिंह सिद्धू मंत्री बने थे, तब भी यह सवाल उठा था कि क्या वह पद पर रहते हुए कपिल शर्मा शो का हिस्सा हो सकते हैं? इसके बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कानूनी सलाह ली थी और उसके बाद कहा था कि सिद्धू पद पर रहते हुए भी वह शो का हिस्सा हो सकते हैं।