Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Nov, 2017 03:58 PM
पूर्व अकाली-भाजपा सरकार दौरान बठिंडा नगर निगम ने महानगर के सीवर व वाटर सप्लाई को दुरुस्त करने के लिए त्रिवेणी कंपनी से 184 करोड़ का अनुबंध किया था, लेकिन अब तक 70 फीसदी काम मुकम्मल कर चुकी त्रिवेणी को 150 करोड़ के कार्यों में से केवल 78 करोड़ रुपए...
बठिंडा(विजय): पूर्व अकाली-भाजपा सरकार दौरान बठिंडा नगर निगम ने महानगर के सीवर व वाटर सप्लाई को दुरुस्त करने के लिए त्रिवेणी कंपनी से 184 करोड़ का अनुबंध किया था, लेकिन अब तक 70 फीसदी काम मुकम्मल कर चुकी त्रिवेणी को 150 करोड़ के कार्यों में से केवल 78 करोड़ रुपए का भुगतान हुआ।
ताजा मामले में त्रिवेणी के करोड़ों के बिल अटके हैं। लगता है सरकार भी मंदी की मार से जूझ रही है जिस कारण बिलों का भुगतान करने में देरी हो रही है। कंपनी से एक अन्य रख-रखाव का व मुरम्मत का भी अनुबंध किया गया था कुल मिलाकर कंपनी 300 करोड़ के प्रोजैक्ट संभाल रही है। तकरीबन 3 माह से त्रिवेणी की ओर से सम्मिट किए करोड़ों के बिल लटके हुए हैं।
वह कहते हैं कि उन्होंने सीवरेज-वाटर सप्लाई बोर्ड के उच्चाधिकारियों सहित निगम कमिश्नर को इस बाबत पत्र लिखा है। करोड़ों के बिल लटकने के साथ सीवरेज व वाटर सप्लाई बोर्ड कंपनी को काम करने के मौके देने में ढिलमुल रवैया अपना रहा है। सीवरेज-पानी के प्रोजैक्ट को संभालने वाली कंपनी त्रिवेणी को काम करने के लिए ‘फ्रंट’ नहीं मिला है।