Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Feb, 2018 01:40 PM
सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह तथा स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बीच की दूरियां कम होने का नाम नहीं ले रही। इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कैप्टन तथा सिद्धू एक ही समारोह में दिखे लेकिन दोनों में दूरियां साफ नजर आई।
पटियालाः सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह तथा स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बीच की दूरियां कम होने का नाम नहीं ले रही। इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कैप्टन तथा सिद्धू एक ही समारोह में दिखे लेकिन दोनों में दूरियां साफ नजर आई।
दरअसल पटियाला में सीएम अपने ही स्कूल की प्लेटिनम जयंती उत्सव में पहुंचे हुए थे। मंच पर कैप्टन पहली और सिद्धू दूसरी कतार में बैठे दिखाई दिए। इस दौरान दोनों ने एक-दूसरे की तरफ देखा तक नहीं। कार्यक्रम शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह, उनके भाई मालविंदर सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. कर्ण सिंह और सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर सुखजीत सिंह (कपूरथला रियासत) और स्कूल के डायरेक्टर संजीव वर्मा को पहली पंक्ति में बैठाया गया। वहां नवजोत सिद्धू को जगह नहीं मिली।
जैसे ही कैप्टन समेत पांचों मेहमान परफार्मेंस स्टेज पर गए तो उसके कुछ देर बाद ही सिद्धू समारोह से चले गए। जाते हुए वह पूर्व केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री परनीत कौर से तो मिले, लेकिन कैप्टन से नहीं मिले। वहां बैठे मेहमानों ने भी हैरानी जताई कि मुख्यमंत्री के समारोह में होने के बावजूद सिद्धू चले गए। इतना ही नहीं, समारोह के बारे में जो प्रैस विज्ञप्ति जारी की गई उसमें भी सिद्धू का कहीं कोई जिक्र नहीं था। बताया जा रहा है कि सिद्धू प्रोग्राम से निकलने के बाद पटियाला में ही देर शाम तक थे।
उल्लेखनीय है कि अमृतसर, जालंधर व पटियाला नगर निगम के मेयरों के चयन में खुद को नजरअंदाज किए जाने के बाद सिद्धू ने खुलकर नाराजगी जाहिर की थी। सबसे ज्यादा नाराजगी उनको अमृतसर के मेयर को लेकर थी क्योंकि सिद्धू वहीं से विधायक भी हैं।