Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Dec, 2017 05:05 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने नैशनल डिफैंस एकैडमी (एन.डी.ए.) के अपने पुराने सहयोगियों के सम्मान में रविवार को रात्रिभोज का आयोजन किया। 58 वर्षों के बाद कैप्टन एन.डी.ए. के अपने सहयोगियों से मिले। रात्रिभोज में 57 सहयोगियों ने भाग लिया जो...
जालंधर/चंडीगढ़(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने नैशनल डिफैंस एकैडमी (एन.डी.ए.) के अपने पुराने सहयोगियों के सम्मान में रविवार को रात्रिभोज का आयोजन किया। 58 वर्षों के बाद कैप्टन एन.डी.ए. के अपने सहयोगियों से मिले। रात्रिभोज में 57 सहयोगियों ने भाग लिया जो कि कैप्टन के साथ एन.डी.ए. ट्रेनिंग के दौरान इकट्ठे थे। उन्होंने पुरानी स्मृतियों को ताजा किया।
मुख्यमंत्री अमरेन्द्र व पुराने सहयोगियों के साथ पुनर्मिलन एक ऐतिहासिक क्षण था, पिछले 58 वर्षों में ये सैन्य अधिकारी अलग-अलग स्थानों पर काम करते रहे। रात्रिभोज में भाग लेने वालों में लैफ्टिनैंट जनरल जी.एस. सहोता, लै. जनरल बी.एम. कपूर, लै. नटाराजन, लै. जनरल कमल डाबर, एयरवाइस मार्शल सिसौदिया, मेजर जनरल एम.एस. परमार, लै. जनरल प्रकाश सूरी, लै. जनरल चटर्जी तथा मेजर जनरल गुरजीत सिंह रंधावा शामिल हुए। इस अवसर पर कैप्टन ने लै. जनरल कमल डाबर द्वारा लिखी गई पुस्तक को रिलीज भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुनर्मिलन समारोह के दौरान पुरानी यादें ताजा हुईं।
एन.डी.ए. के पुराने सहयोगियों से चर्चा के दौरान विभिन्न सैन्य अधिकारियों ने रक्षा सेवाओं में काम करते हुए अपने पुराने पलों को मुख्यमंत्री के साथ सांझा किया। इन सैन्य अधिकारियों ने बताया कि रक्षा सेनाओं के प्रति उनका प्यार शुरू से ही था। मुख्यमंत्री ने कहा कि सेना में काम करना उनके लिए भी गर्व की बात थी तथा उन्होंने देश की सेवा की। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने जुलाई, 1959 की यादों को याद करते हुए कहा कि उस समय खड़क वासला नदी के किनारे सभी सैन्य अधिकारी इकट्ठे थे।
मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह के सहयोगियों ने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह एन.डी.ए. के वरिष्ठ कैडेट थे जिन्हें घुड़सवारी का काफी शौक था तथा पोलो टीम में भी अग्रणी थे। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को भारतीय सेना में 1963 में कमिशन मिला था तथा सिख रैजीमैंट की दूसरी बटालियन में तैनात हुए थे। तीसरी बटालियन में कैप्टन के पिता व दादा ने भी काम किया था। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि भारतीय सेना में उन्होंने काफी समय तक कार्य किया तथा वह स्वयं को देश सेवा करने के लिए गौरवान्वित महसूस करते हैं।