Edited By Vatika,Updated: 28 Jun, 2019 10:43 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने आज दिल्ली में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की, जिसमें गृह मंत्री ने संकेत दिए कि केन्द्र सरकार पंजाब तथा जम्मू-कश्मीर में नशे की समस्या से निपटने के लिए एक विस्तृत नई रणनीति बनाने जा रही है।
जालंधर/नई दिल्ली(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने आज दिल्ली में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की, जिसमें गृह मंत्री ने संकेत दिए कि केन्द्र सरकार पंजाब तथा जम्मू-कश्मीर में नशे की समस्या से निपटने के लिए एक विस्तृत नई रणनीति बनाने जा रही है।
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने शाह के सामने अपनी पुरानी राष्ट्रीय ड्रग नीति बनाने की मांग दोहराई। मुख्यमंत्री ने केन्द्र सरकार द्वारा पंजाब में नशे के खिलाफ चल रहे अभियान में समर्थन देने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि केन्द्र सरकार को पंजाब में अतिरिक्त नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो (एन.सी.बी.) के अधिकारियों की तैनाती करनी चाहिए तथा साथ ही चंडीगढ़ में एक आई.जी. स्तर का तथा अमृतसर में डी.आई.जी. स्तर का अधिकारी भी तैनात करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने अमित शाह से कहा कि वह पाकिस्तान पर दबाव डालें कि वह श्री करतारपुर साहिब कॉरीडोर से जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रावी दरिया पर एक ओवरब्रिज का निर्माण करे। पाकिस्तान रावी दरिया पर केवल अस्थायी रास्ता देने पर जोर दे रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्थायी रास्ता तो मानसून के दिनों में बाढ़ आने के कारण बह जाएगा, इससे श्रद्धालु मानसून के दिनों में ऐतिहासिक कॉरीडोर से श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के दर्शनों के लिए नहीं जा सकेंगे।
पंजाब की जेलों के लिए शाह ने 3 कम्पनियां देने की मंजूरी दी
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के आग्रह को देखते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वह पंजाब की हाई सिक्योरिटी जेलों के लिए अद्र्धसैनिक बलों की 3 कम्पनियां देंगे। इन 3 कम्पनियों को आई.आर.बी. की कम्पनियों के साथ परिवर्तित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने पंजाब पुलिस के आधुनिकीकरण का मामला भी शाह के सामने उठाया तथा गृह मंत्री ने कहा कि वह एम.पी.एफ. स्कीम के तहत पंजाब को फंड जारी करे। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की तर्ज पर पंजाब को केन्द्रीय सहायता देते समय 90:10 का अनुपात लागू किया जाए। मुख्यमंत्री ने पठानकोट में एन.एस.जी. का हब बनाने की मांग भी रखी तथा साथ ही राज्य के 12 जिलों में केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस फोर्स में से एस.पी. आप्रेशन की नियुक्ति करने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि पंजाब सीमावर्ती राज्य है इसलिए सतर्कता जरूरी है।