Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jul, 2017 08:32 AM
प्रशासन द्वारा बरती जा रही सख्ती को लेकर 70 से अधिक बसों के चालान हो चुके हैं लेकिन इसके बावजूद बसें नियम तोड़ रही हैं जिससे साबित होता है कि प्रशासन की कार्रवाई का ट्रांसपोर्टर्ज पर कोई असर दिखाई नहीं दे रहा। 10 जुलाई को आई.ए.एस..
जालंधर (पुनीत) : प्रशासन द्वारा बरती जा रही सख्ती को लेकर 70 से अधिक बसों के चालान हो चुके हैं लेकिन इसके बावजूद बसें नियम तोड़ रही हैं जिससे साबित होता है कि प्रशासन की कार्रवाई का ट्रांसपोर्टर्ज पर कोई असर दिखाई नहीं दे रहा। 10 जुलाई को आई.ए.एस. अधिकारी प्रिंसीपल सैक्रेटरी स्टेट ट्रांसपोर्ट सर्बजीत सिंह ओबराय, डायरैक्टर ट्रांसपोर्ट भूपिन्द्र सिंह राय ने महानगर में डी.टी.ओ., आर.टी.ए. सहित रोडवेज के अधिकारियों के साथ मीटिंग के दौरान आदेश दिए थे कि बस अड्डे के बाहर से सवारियां उठाने वाली बसोंं के परमिट कैंसिल किए जाएं लेकिन अभी तक एक भी बस का परमिट कैंसिल नहीं हुआ केवल रांग पार्किंग के चालान किए गए।
इस क्रम में 14 जुलाई को प्रशासन कुंभकर्णी निद्रा से जागा और चालान करने शुरू किए व रोजाना हो रहे चालानों में आज के चालान मिलाकर 70 से अधिक चालान हो चुके हैं। प्रशासन की इस सख्ती की जमीनी हकीकत जानने के लिए पंजाब केसरी ने मौके पर जाकर देखा तो यह रिजल्ट सामने आया कि बसों में सवारियां उठाने की होड़ लगी है और सभी नियमों को पीछे धकेल कर बसें नाकों से सवारियां उठा रही हैं।
पी.ए.पी. चौक में बसों का रुकना बदस्तूर जारी है। पठानकोट चौक में भी नियम टूट रहे हैं और बस अड्डे के फ्लाई ओवर के नीचे से भी सवारियां उठाने वाली बसों की मनमर्जी जारी है। इसी तरह नकोदर चौक सहित विभिन्न चौकों में बसें धड़ाधड़ रुक रही हैं। पी.ए.पी. चौक की बात की जाए तो आज वहां ट्रैफिक पुलिस के इंस्पैक्टर ने मौके पर जाकर बसों को सवारियां उठाने से रोका लेकिन बस चालक नियमों की बिल्कुल परवाह नहीं करते। आज बसें पी.ए.पी. चौक के स्थान पर 100 फुट आगे रुक कर सवरियां उठाती देखी गईं।