Edited By Anjna,Updated: 19 Mar, 2019 07:49 AM
बाणी और बाणे पर आधारित सिख शस्त्र कला गतका को दिल्ली की एक फर्म की तरफ से सिख शस्त्र विद्या और गतके के नाम को ट्रेड मार्क कानून के अंतर्गत पेटैंट करवाने की सख्त निंदा करते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिन्द सिंह लौंगोवाल ने...
अमृतसर (दीपक): बाणी और बाणे पर आधारित सिख शस्त्र कला गतका को दिल्ली की एक फर्म की तरफ से सिख शस्त्र विद्या और गतके के नाम को ट्रेड मार्क कानून के अंतर्गत पेटैंट करवाने की सख्त निंदा करते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिन्द सिंह लौंगोवाल ने संबंधित फर्म को चेतावनी दी कि सिख समुदाय अपने इतिहास और विरासत के साथ जुड़ी गुरु बख्शीश पुरातन विरासती युद्ध कला के साथ छेड़छाड़ करने की इजाजत नहीं देगा।
उन्होंने फर्म को चेतावनी दी कि अगर उसने तुरंत इसके लिए माफी मांग पेटैंट रद्द न करवाया तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए वकीलों के साथ परामर्श किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह मामला श्री अकाल तख्त साहिब के विचाराधीन है। इस सारी अवहेलना के लिए कौन-कौन जिम्मेदार है, इसकी तह तक पड़ताल की जाएगी। उन्होंने संबंधित फर्म को तुरंत अपनी गलती के लिए सिख कौम से माफी मांगने के लिए कहा।
भारतीय ट्रेड मार्क कानून के अनुसार नई खोज को ही पेटैंट करवाया जा सकता है परंतु गतका और सिख शस्त्र विद्या हमारे धर्म, विरसे और गुरु इतिहास का अटूट अंग और सामूहिक कौम की विरासत है। यह किसी की निजी जागीर नहीं हैं।