Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Jul, 2017 02:59 PM
विजीलैंस विभाग की आर्थिक अपराध इकाई ने असिस्टैंट सब इंस्पैक्टर (ए.एस.आई.) गुरचरण सिंह को एक स्वतंत्र सेनानी के बेटे से कोर्ट में चालान पेश
लुधियाना (महेश): विजीलैंस विभाग की आर्थिक अपराध इकाई ने असिस्टैंट सब इंस्पैक्टर (ए.एस.आई.) गुरचरण सिंह को एक स्वतंत्र सेनानी के बेटे से कोर्ट में चालान पेश करने की एवज में 10,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ काबू कर लिया। पकड़ा गया आरोपी मुल्लांपुर दाखा थाने में तैनात है। गुरचरण के खिलाफ करप्शन एक्ट के तहत केस दर्ज करके विजीलैंस उसकी चल-अचल सम्पत्ति की छानबीन में जुट गई है।
सीनियर पुलिस कप्तान भूपिंद्र सिंह ने बताया कि गुढे गांव के रहने वाले जोगिंद्र सिंह के पिता स्वतंत्र सेनानी है। कुछ समय पहले वह एक व्यक्ति के हाथों ठगी का शिकार हो गए थे। इस संबंध में थाना दाखा में धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज हुआ था। जिसकी जांच और केस की फाइल अब गुरचरण सिंह के पास थी। मामले का शिकायतकत्र्ता चाहता था कि अदालत में उसके केस का चालान पेश किया, लेकिन गुरचरण सिंह चालान पेश करने की एवज में उससे खर्चा-पानी मांगने लगा। गुरचरण ने जोगिन्द्र से 15,000 रुपए की डिमांड की, लेकिन जब जोगिन्द्र ने इतनी बढ़ी रकम देने से असमर्थता जाहिर की तो गुरचरण सिंह 10,000 रुपए तक लेने के लिए मान गया। इसके बाद उसने विजीलैंस के पास शिकायत दी।
ए.एस.आई. को रंगे हाथ पकडऩे की योजना बनाकर एक टीम तैयार करके सरकारी गवाहों के साथ भेजी गई। इसके बाद शिकायतकत्र्ता ने गुरचरण के साथ फोन पर सम्पर्क साधा। तब वह नाकाबंदी पर ड्यूटी दे रहे थे। उसने जोङ्क्षगद्र से रिश्वत वसूलने के लिए एक निश्चित स्थान पर बुलाया। इसके बाद जैसे ही गुरचरण ने शिकायतकत्र्ता से पकड़े उसके रंगे हाथ धर लिया गया। भूपिंद्र ने बताया कि आरोपी का पिछला रिकार्ड व सम्पत्ति की जांच की जा रही है।