Edited By Vatika,Updated: 26 Mar, 2019 09:36 AM
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ब्रह्मï मोहिंद्रा ने कहा है कि कांग्रेस सरकार ने नहीं, बल्कि बादलों ने अपने विशेष हितों की खातिर बङ्क्षठडा में एम्स प्रोजैक्ट में देरी करवाई है। इन्हीं कारणों के चलते बादलों ने मोहाली मैडीकल कालेज को इजाजत नहीं...
चंडीगढ़(शर्मा): स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ब्रह्मï मोहिंद्रा ने कहा है कि कांग्रेस सरकार ने नहीं, बल्कि बादलों ने अपने विशेष हितों की खातिर बङ्क्षठडा में एम्स प्रोजैक्ट में देरी करवाई है। इन्हीं कारणों के चलते बादलों ने मोहाली मैडीकल कालेज को इजाजत नहीं मिलने दी।
मोहिंद्रा ने केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के आरोपों, कि पंजाब सरकार की देरी के चलते बठिंडा एम्स में कक्षाएं नहीं शुरू हो सकीं, के जवाब में कहा कि केंद्रीय मंत्री इस बात से पूरी तरह अज्ञात लगती हैं कि बठिंडा में कक्षाएं शुरू नहीं हुईं जबकि इसके लिए फरीदकोट में पहले से मंजूरी मिल चुकी है।उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री प्रोजैक्ट में देरी की जिम्मेदारी राज्य सरकार पर डालने की कोशिश कर रही हैं, बावजूद इसके कि यह केंद्र सरकार की जिम्मेदारी थी। हालांकि वह केंद्रीय मंत्री की कांग्रेस सरकार से उम्मीदों का स्वागत करते हैं, कि जो काम उनकी सरकार 3 सालों में नहीं कर सकी उसे हमारी ओर से रातभर में पूरा किए जाने की उम्मीद कर रही हैं।
मोहिंद्रा ने खुलासा किया कि भारत सरकार ने देशभर में 50 मैडीकल कालेज मंजूर किए थे और मोहाली मैडीकल कालेज एकमात्र था, जो बादलों के विशेष हितों के चलते राज्य को नहीं मिल सका। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार और विशेषकर मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह की कोशिशों के चलते, जिन्होंने भारत सरकार को लिखा कि राज्य मोहाली मैडीकल कालेज के लिए तैयार है, राज्य सरकार को इसकी मंजूरी मिली और अब राज्य सरकार को इसके लिए 40 प्रतिशत हिस्सा डालना होगा। उन्होंने सवाल किया कि क्या बादल निजी संस्थाओं को फायदा पहुंचाना चाहते थे, जब राज्य सरकार को सिर्फ 25 प्रतिशत हिस्सा ही डालना था?