Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Sep, 2017 04:19 AM
यू.के. में अपने प्राइवेट दौरे पर रवाना होने से पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने ...
जालंधर(रविंदर शर्मा): यू.के. में अपने प्राइवेट दौरे पर रवाना होने से पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने पार्टी के भीतर व जनता के बीच कई तरह के मैसेज देने का प्रयास किया है। कैप्टन ने ब्रह्म महिंदरा को आफिशिएटिंग सी.एम. का चार्ज देकर एक तीर से कई निशाने लगाए हैं। एक तो पार्टी के भीतर व संगठन में साफ संकेत दे दिए हैं कि उनकी कैबिनेट में नंबर दो सिर्फ और सिर्फ ब्रह्म महिंदरा ही हैं।
हालांकि इस चार्ज को पाने के लिए कई दौड़ में थे और कई तिकड़म भी लड़ा रहे थे मगर अधिकांश चेहरों के हाथ मायूसी ही लगी। पहले किसी को भी चार्ज न देने की बात चल रही थी, मगर विधायकों में लगातार पनप रहे रोष को ठंडा करने के लिए बाद में आफिशिएटिंग चार्ज देने का फैसला किया गया। कैप्टन सरकार बनने के बाद एक तरह से पार्टी के भीतर कई नेताओं ने संदेश देने का प्रयास किया था कि नंबर दो पर वह ही हैं। इस दौड़ में मनप्रीत बादल, नवजोत सिद्धू समेत राणा गुरजीत सिंह को भी गिना जा रहा है, मगर कैबिनेट बनने के बाद भी कैप्टन ने ब्रह्म महिंदरा को नंबर दो का सम्मान दिया था और अब विदेशी दौरे पर जाते समय भी महिंदरा को ही सी.एम. का चार्ज सौंप कर गए हैं।
कैप्टन ने पार्टी के भीतर साफ संकेत दे दिया है कि कई लोगों में नंबर दो की जो लालसा फूट रही थी, वह ठंडी पड़ जाए और उनका पूरा विश्वास ब्रह्म महिंदरा पर ही है। नि:संदेह कैप्टन के इस फैसले से सरकार के भीतर भी महिंदरा का कद बढ़ेगा। दूसरी तरफ हिंदू चेहरे को आगे कर भी कैप्टन ने साफ संकेत दिया है कि वह हिंदू वोट बैंक को पार्टी से छिटकने नहीं देना चाहते और इसका फायदा आने वाले गुरदासपुर उप-चुनाव व नगर निगम चुनावों में उठाना चाहते हैं। साथ ही इस फैसले से कैप्टन के विरोधियों का जुनून भी कुछ ठंडा पड़ता दिखाई देगा।
कैप्टन से मिलने के लिए कई विधायकों ने यू.के. की लगाई दौड़़
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह से मिलने के लिए पार्टी के कई विधायकों ने चुपके से ही यू.के. की दौड़ लगा ली है। इनमें से कई शनिवार तो कुछेक रविवार को यू.के. पहुंचेंगे। इनमें वह कई चेहरे भी हैं जो सी.एम. का आफिशिएटिंग चार्ज मिलने की आस लगाए बैठे थे, मगर लालसा पूरी न होने पर वह अब वहां कैप्टन की नजदीकियां पाने के लिए जा रहे हैं। कई विधायकों को लगता है कि चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री को मिलना जितना मुश्किल है, यू.के. में मिलना उतना ही आसान होगा क्योंकि कैप्टन निजी दौरे पर यू.के. में हैं और उनके पास वहां वक्त काफी होगा। यू.के. के बहाने ही कैप्टन की नजदीकी पाने के लिए कई विधायकों ने पहले से ही अपना टूर प्रोग्राम तय कर लिया था।
डी.जी.पी. इंटैलीजैंस भी कैप्टन के साथ दौरे पर
डी.जी.पी. इंटैलीजैंस दिनकर गुप्ता भी मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह के साथ विदेशी दौरे पर गए हैं। हालांकि कैप्टन का यह निजी दौरा है, मगर यू.के. सरकार ने उनकी सुरक्षा के मद्देनजर काबिल अधिकारियों को साथ लाने की इजाजत दी थी। डी.जी.पी. इंटैलीजैंस के साथ आई.जी. राकेश अग्रवाल व आई.जी. खूबी राम भी कैप्टन की सुरक्षा में साथ गए हैं। वहीं कैप्टन के रत्नों की बात करें तो मीडिया एडवाइजर रवीन ठुकराल भी उनके साथ हैं।