Edited By Mohit,Updated: 03 Jan, 2020 03:54 PM
केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता कानून में संशोधन किए जाने के बाद से देश भर में रोष प्रदर्शन का सिलसिला जारी है..........
लुधियाना (सलूजा): केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता कानून में संशोधन किए जाने के बाद से देश भर में रोष प्रदर्शन का सिलसिला जारी है, आज यहां शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी की अध्यक्षता में राज्य भर में काला दिवस मनाते हुए जुम्मा की नमाज के बाद सभी मस्जिदों के बाहर काले झंड लेकर नमाजियों ने केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ जबरदस्त रोष प्रदर्शन किया। अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर, होशियारपुर, नवांशहर, रोपड़, मोहाली, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, मोगा, कपूरथला, बठिंडा, जालंधर, फरीदकोट, मानसा, मुक्तसर साहिब, संगरूर, जीरा, खन्ना समेत लुधियाना में दर्जनों जगह जबरदस्त रोष प्रदर्शन किए गए।
सभी जगह मुस्लिम प्रतिनिधियों ने भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद जी के नाम ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपे और मांग कि गई कि धर्म को आधार बनाकर बनाया गया। सी.ए.ए. एक्ट को रद्द किया जाए, इस रोष प्रदर्शन को संबोधित करते हुए शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान लुधियानवी ने कहा कि देश की आजादी के बाद यह पहला मौका है कि लोकतंत्र में लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास किया गया है। संसद में संविधान के ऊपर भाजपा के एजेंडे को मान कर एक गैर संवधानिक एक्ट बनाया गया जिस की चौतरफा निंदा हो रही है।
शाही इमाम ने कहा कि केंद्र सरकार प्रदर्शन कर रहे अपने ही देशवासियों से बात करने की बजाय सरकारी बल का प्रयोग कर के लोकतंत्र को मारना चाहती है, उन्होंने कहा कि लगता है कि योगी जी ने इतिहास नहीं पढ़ा देश को आजाद करवाने के लिए रोजाना प्रदर्शन ही होते थे और आजादी के बाद भी सरकारों से नाराजगी जाहिर करने का यही तरीका रहा है। शाही इमाम ने कहा किउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने यूपी पुलिस द्वारा जो जुल्म और गुंडागर्दी करवाई है उससे राष्ट्र का सिर शर्म से झुक गया गया है। उन्होंने कहा कि यह कैसा लोकतंत्र है कि इंसाफ मांगने वालों पर जनरल डायर की तरह आक्रमण किया जा रहा है।