Edited By swetha,Updated: 30 Jun, 2018 02:24 PM
लोकसभा 201 9 के चुनावों से पहले शिअद-भाजपा बीच अमृतसर लोकसभा सीट को लेकर अटकलों का दौर जारी है। अमृतसर लोकसभा सीट को लगातार 2 बार हारने के बाद भाजपा फिर से हार का मुंह को नहीं देखना चाहती है। इसलिए हो सकता है कि यहां से शिअद उम्मीदवार को चुनाव में...
अमृतसर: लोकसभा 201 9 के चुनावों से पहले शिअद-भाजपा बीच अमृतसर लोकसभा सीट को लेकर अटकलों का दौर जारी है। अमृतसर लोकसभा सीट को लगातार 2 बार हारने के बाद भाजपा फिर से हार का मुंह नहीं देखना चाहती है। इसलिए हो सकता है कि यहां से शिअद उम्मीदवार को चुनाव में खड़ा किया जाए। कांग्रेसी नेता तथा कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने आखिरी बार 2009 में भाजपा के लिए यहां से लोकसभा सीट जीती थी। वह 2014 के चुनाव में इस सीट से खड़े नहीं हुए थे।
इस संबंधी वशिष्ठ शिअद नेता ने कहा कि लोकसभा चुनावों को लेकर कुछ बड़े बदलाव किया जा रहा हैं। अकाली उम्मीदवार जीते या भाजपा का सीट तो एन.डी.ए. की झोली में ही जाएगी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की चंडीगढ़ की यात्रा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से सीटों को लेकर चर्चा हुई थी। 2014 के लोकसभा तथा 2017 के विधावसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी लुधियाना तथा अमृतसर से गठबंधन सहयोगी दल शिअद उम्मीदवार को चुनाव में खड़ा कर सकती है। यू.पी., बिहार और अन्य राज्यों की तरह पंजाब के लुधियाना में मतदाताओं का उच्च प्रतिशत है। यहां से भाजपा या कांग्रेस को वोट मिलने की अधिक संभावना है।