Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 May, 2018 01:24 PM
पंजाब में पूर्व शिअद-भाजपा सरकार के कार्यकाल में कांग्रेस के साथ मजबूती से चलने वालों को मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने सरकार में समायोजित करने का कार्य प्रारंभ कर दिया है।
जालंधर (धवन): पंजाब में पूर्व शिअद-भाजपा सरकार के कार्यकाल में कांग्रेस के साथ मजबूती से चलने वालों को मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने सरकार में समायोजित करने का कार्य प्रारंभ कर दिया है। सरकारी हलकों से पता चला है कि अबोहर में जब भीम टांक हत्याकांड हुआ था, तो उस समय दलित परिवार का केस लडऩे से कई वकीलों ने इंकार कर दिया था। तब सुनील जाखड़ के आग्रह पर सुरेन्द्रपाल सिंह टीना ने भीम टांक हत्याकांड का केस स्वयं अपने हाथों में लिया था।
अब कांग्रेस सरकार बनने के बाद पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने मुख्यमंत्री कै.अमरेन्द्र सिंह से सिफारिश की कि जिन लोगों ने संकट व कठिन दौर में कांग्रेस का साथ दिया है, उन्हें आगे लाया जाना चाहिए। ऐसी स्थिति में जाखड़ ने सुरेन्द्रपाल सिंह टीना को एडिशनल एडवोकेट जनरल नियुक्त करने की राय मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह को दी थी। मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने सुरेन्द्रपाल सिंह का रिकार्ड देखने के बाद उन्हें अब एडिशनल एडवोकेट जनरल नियुक्त कर दिया है। एडिशनल एडवोकेट जनरल सुरेन्द्रपाल सिंह टीना ने जाखड़ के साथ मिलकर मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह का नियुक्ति के लिए आभार जताया।