Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Oct, 2017 01:23 PM
भाई दूज पर्व भाईयों के प्रति बहनों की श्रद्धा और विश्वास का पर्व है।
जालंधरः भाई दूज पर्व भाईयों के प्रति बहनों की श्रद्धा और विश्वास का पर्व है। इस पर्व को हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन मनाया जाता है। पर्व के दिन बहनें भाईयों के माथे पर तिलक लगाती हैं और भगवान से भाईयों की लंबी आयु की कामना करती हैं।
मान्यता के अनुसार इस दिन जो यम देव की उपासना करता है, उसे असमय मृत्यु का भय नहीं रहता है। माना जाता है कि इस दिन शुभ मुहूर्त में अगर भाई और बहन साथ में यमुना नदी में स्नान करें तो भाई और बहन का रिश्ता हमेशा बना रहता है और भाई की उम्र बढ़ती है। भाई दूज को भाऊ बीज और भातृ द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। टीका करने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:19 से 3:36 तक है। वैसे द्वितीया तिथि 22 अक्टूबर को 03:00 बजे तक है।