Edited By Vatika,Updated: 04 Sep, 2020 09:13 AM
आम आदमी पार्टी पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद भगवंत मान ने केंद्र और पंजाब सरकार को निशाने पर लिया है।
चंडीगढ़(रमनजीत): आम आदमी पार्टी पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद भगवंत मान ने केंद्र और पंजाब सरकार को निशाने पर लिया है। भगवंत मान ने जहां संसद के मानसून सत्र को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को घेरा है वहीं केंद्रीय इलैक्ट्रीसिटी एपीलैंट ट्रिब्यूनल में प्राइवेट थर्मल प्लांट के हाथों एफ.जी.डी. यंत्रों के खर्च के बारे में केस हारने वाली पंजाब सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।
मान ने कहा कि 14 सितम्बर से शुरू होने जा रहे संसद के मानसून सत्र के लिए गैर-जरूरी शर्तें लगाई गई हैं और प्रश्नकाल या शून्य काल जैसी अति महत्वपूर्ण कार्रवाइयां रद्द कर दी गई हैं, क्योंकि सरकार संसद में जनहित मुद्दों से भागना चाहती है। मान ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता संसद के मानसून सत्र को लेकर तो मोदी सरकार को कोस रहे हैं, परंतु पंजाब विधानसभा में मानसून सत्र को डेढ़ घंटे में निपटाने वाली कैप्टन सरकार कांग्रेस हाईकमान को दिखाई नहीं दी। मान ने तलवंडी साबो और राजपुरा के प्राइवेट थर्मल प्लांटों में प्रदूषण सुधार के लिए फ्लू गैस डीस्लफराईजेशन उपकरण लगाने का सारा 7,731 करोड़ रुपए का खर्चा पावरकॉम (पंजाब सरकार) पर डालने के लिए अमरेंद्र सरकार के साथ-साथ गत बादल सरकार को बराबर का जिम्मेदार बताया। मान ने कहा कि बादलों की ओर से किए गए घातक और एकतरफा बिजली खरीद समझौते (पी.पी.एज) और कैप्टन सरकार की ओर से बादलों के पी.पी.एज़ रद्द न करने और इस केस की सही वकालत न करने के कारण ही सरकारी पक्ष यह केस हारा है। मान ने कैप्टन सरकार से सवाल किया कि पहले ही हद से अधिक महंगाई की मार झेल रहे पंजाब के बिजली खपतकारों को महंगी बिजली के करंट के साथ और कितना मारोगे?
अरविंद केजरीवाल देशद्रोही नहीं बल्कि लोगों के चुने हुए सी.एम. हैं
आम आदमी पार्टी के ऑक्सीमीटर अभियान पर हमला बोलते हुए पंजाब के सी.एम. कै. अमरेंद्र सिंह की ओर से दिए गए बयान पर भगवंत मान ने ट्वीट कर कहा कि लोगों के चुने हुए मुख्यमंत्री को देशद्रोही व अफवाहें फैलाने वाला कहना बेतुका है। मान ने कहा कि विदेशियों के साथ किसकी नजदीकियां हैं, यह सबको पता है। नेता विपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने वीडियो के जरिए कहा कि कै. अमरेंद्र सिंह को ऐसी बयानबाजी से बचना चाहिए।