Edited By Vatika,Updated: 18 Jun, 2020 11:31 AM
वर्ष 2015 में घटी बहबलकलां घटना में बड़ी सफलता दर्ज करते हुए पंजाब पुलिस की विशेष जांच टीम (एस.आई.टी.) ने बुधवार को केस में दूसरी गिरफ्तारी की
चंडीगढ़(रमनजीत): वर्ष 2015 में घटी बहबलकलां घटना में बड़ी सफलता दर्ज करते हुए पंजाब पुलिस की विशेष जांच टीम (एस.आई.टी.) ने बुधवार को केस में दूसरी गिरफ्तारी की है। पुलिस ने फरीदकोट के रहने वाले व्यक्ति को झूठे सबूत गढऩे और दोषी पुलिस अधिकारी चरनजीत सिंह शर्मा, जो उस समय एस.एस.पी. मोगा थे, के साथ मिलीभगत के आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया है।
विशेष जांच टीम के मुख्य जांच अधिकारी कुंवर विजय प्रताप सिंह ने बताया कि मुलजिम सुहैल सिंह बराड़ को अदालत में पेश किया गया था जिसको 4 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया।प्राथमिक पड़ताल से पता चला कि शर्मा के करीबी बराड़ के घर शर्मा और उस समय के अन्य भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों को बचाने की पूरी साजिश रची गई। बराड़ ने कथित तौर पर पुलिस अधिकारियों को उसकी रिहायशी जगह और उसकी 12 बोर की बंदूक देकर शर्मा की पायलट जिप्सी और गोलियां चलाने में मदद दी।
उसने दावा किया था कि प्रदर्शनकारियों की भीड़ द्वारा जिप्सी पर गोलियां चलाने के बाद ही पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। टीम की जांच अनुसार बेअदबी की घटनाओं के बाद बहबल कलां में धरने पर बैठे निर्दोष प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग हुई तो गोलीबारी के लिए जिम्मेदार पुलिस ने बचाव के लिए साजिश रची। उन्होंने बचाव की कहानी की हिमायत के लिए उस समय के मोगा के एस.एस.पी. चरनजीत सिंह शर्मा की पायलट जिप्सी पर जाली गोलियों के निशान लगाकर झूठे सबूत रचे गए।