Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Aug, 2017 11:09 AM
दरिया ब्यास में लगातार बढ़ रहे जलस्तर ने खतरनाक सूरत धारण कर पूरे मंड क्षेत्र के 16 टापूनुमा गांवों को अपनी चपेट में लेकर समुद्र का रूप धारण कर लिया है। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि अपने घरों तक पहुंचने के लिए लोगों को किश्ती की जरूरत आन पड़ी है।
सुल्तानपुर लोधी (धीर): दरिया ब्यास में लगातार बढ़ रहे जलस्तर ने खतरनाक सूरत धारण कर पूरे मंड क्षेत्र के 16 टापूनुमा गांवों को अपनी चपेट में लेकर समुद्र का रूप धारण कर लिया है। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि अपने घरों तक पहुंचने के लिए लोगों को किश्ती की जरूरत आन पड़ी है।
बांध के आस-पास के घरों की स्थिति इतनी खराब है की वे कहीं और आशियाना ढूंढ रहे हैं। धान की फसल पूरी तरह पानी में डूब चुकी है एवं हरा चारा व सब्जियां भी तबाह हो चुकी हैं। अगर हालात 1-2 दिन में न सुधरे तो मंड क्षेत्र पूरी तरह पानी में डूब जाएगा। इतना ही नहीं मंड क्षेत्र के गांव बाऊपुर, रामपुर गोरे, पस्सन कदीम आदि में पानी ने अधिक खतरनाक रूप धारण कर लिया है।
स्कूल हुए बंद
ब्यास दरिया का जलस्तर बढऩे के चलते गांवों में घुसे पानी के कारण गांव बाऊपुर में एक ही सरकार स्कूल है वह भी बंद हो गया है। इसके कारण स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होने का डर है। वहीं शहर जाकर शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों को भी पढ़ाई की चिंता सताने लगी है क्योंकि उन्हें एक किश्ती से दूसरी किश्ती में सवार होने के लिए जान जोखिम में डालनी पड़ती है। बताते चलें कि ऐसा करने की स्थिति में बच्चों के पैर फिसलने का खतरा रहता है और इससे किसी भी तरह की अनहोनी होने की आशंका बनी रहती है।
क्या कहते हैं ड्रेनेज विभाग के अधिकारी
इस संबंधी ड्रेनेज विभाग के अधिकारी अनिल कालिया ने कहा कि गत दिनो दरिया ब्यास में करीब 40,000 क्यूसिक पानी था जिसका लेवल बढ़ कर 72,000 क्यूसिक हो गया है। उन्होंने कहा कि पौंग डैम का लैवल 1372 फुट तक पहुंच गया है जबकि अधिक से अधिक 1380 तक होता है।
अगर हालात इसी तरह जारी रहे तो वहां से भी पानी रिलीज कर दिया गया तो बाढ़ को कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने यह भी बताया कि भाखड़ा डैम का लैवल भी 1648.2 तक पहुंच चुका है जबकि यह अधिक से अधिक 1680 फुट तक होता है। दोनों तरफ स्थिति ने खतरनाक रूप धारण किया हुआ है व जल्दी ही हरीके से पानी रिलीज करके मंड क्षेत्र को बाढ़ से बचाया जा सकता है।
क्या कहते हैं किसान
किसान नेता परमजीत बाऊपुर, कुलदीप सिंह सांगरा, सतनाम सिंह सांगरा, बाज सिंह, निशान सिंह व सरपंच पस्सन कदीम ने कहा कि हमारी तरफ से बार-बार मांग किए जाने के बावजूद भी हरीके प्वाइंट से पानी रिलीज नहीं किया जा रहा और गत 2 दिन से तो स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है। अगर समय रहते सरकार अथवा प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया व किसी भी प्रकार की अनहोनी घटना घटित होती है तो इसकी जिम्मेदार सरकार व प्रशासन होगा।