Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 May, 2018 10:09 AM
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते गुरइकबाल सिंह को डी.एस.पी. बनाए जाने को फि र हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। इससे पहले एक याचिका में नियमों की उल्लंघना को कारण बनाया गया था और इस बार भेदभाव का आरोप लगाया है।
चंडीगढ़ (बृजेन्द्र): पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते गुरइकबाल सिंह को डी.एस.पी. बनाए जाने को फि र हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। इससे पहले एक याचिका में नियमों की उल्लंघना को कारण बनाया गया था और इस बार भेदभाव का आरोप लगाया है। याची ने कहा कि गुरइकबाल की ग्रैजुएशन डिग्री, जो डिस्टैंस एजुकेशन से थी, की वैरीफिकेशन नहीं करवाई गई। वहीं, याची ने कहा कि उनकी टीचर के रूप में नियुक्ति को कमेटी की वैरीफिकेशन के अधीन रखा गया।
आरोपों के मुताबिक अनुकम्पा के आधार पर गुरइकबाल को डी.एस.पी. बनाए जाने में नियमों को तरोड़-मरोड़ दिया गया है। हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार, एडीशनल चीफ सैक्रेटरी (होम अफेयर्स), डी.जी.पी. तथा डी.एस.पी. गुरइकबाल सिंह को 1 अगस्त के लिए नोटिस जारी किया है। याची संगरूर के कांट्रैक्ट टीचर गुरविंद्र रतन ने कहा कि उनकी वोकेशनल मास्टर (कम्प्यूटर साइंस) के रूप में सेवाओं को शैक्षिक योग्यता की वैधता और प्रामाणिकता के अधीन रखा गया। चीफ सैक्रेटरी के नेतृत्व में ऐसी डिग्रियों की जांच की जा रही है। याची ने मदुराई कामराज यूनिवॢसटी से डिस्टैंस एजुकेशन में मास्टर डिग्री प्राप्त की थी। याची की ओर से वकील एच.सी. अरोड़ा ने दलील पेश की। गत वर्ष 7 जून को गुरइकबाल को डी.एस.पी. बनाया गया था।