Edited By Mohit,Updated: 12 Nov, 2018 08:19 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज स्पष्ट किया कि साल 2015 में हुई बेअदबी और पुलिस गोलीबारी की घटनाओ की पड़ताल के लिए बनाई गई विशेष जांच टीम (एस.आई.टी.) की तरफ से बादलों व फिल्म अदाकार अक्षय कुमार को समन जारी करने में उनकी सरकार की कोई...
संगरूर (बेदी, हरजिन्दर): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज स्पष्ट किया कि साल 2015 में हुई बेअदबी और पुलिस गोलीबारी की घटनाओ की पड़ताल के लिए बनाई गई विशेष जांच टीम (एस.आई.टी.) की तरफ से बादलों व फिल्म अदाकार अक्षय कुमार को समन जारी करने में उनकी सरकार की कोई भूमिका नहीं है।
आज संगरूर में होमी भाभा कैंसर हस्पताल के उद्घाटन के बाद पत्रकारो के साथ बातचीत दौरान एक सवाल के जवाब मे मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेष जांच टीम एक आजाद एजेंसी है जो सरकार के किसी किस्म के दखल से बिना काम कर रही है। मुख्य मंत्री ने कहा कि विधानसभा मे सर्वसमिति से हुए फैसले तहत एस.आई.टी. का गठन करना उनकी सरकार का काम था जो उन्होंने कर दिया है और अब पड़ताल की जिम्मेदारी एस.आई.टी. के कंधो पर है।
एक ओर सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने मंडियो मे किसानों की फसल का एक-एक दाना उठाने के लिए अपनी सरकार की वचनबद्वता को दोहराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने खपतकार मामलों, खुराक और जनतक बांट बारे केंद्रीय मंत्री को पहले ही पत्र लिखकर नमी की मात्रा का मामला हल करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि कटाई से पहले बेमौसमी और भारी बारिश पडऩे से यह समस्या पैदा हुई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री को लिखे पत्र मे धान की सुकाई के तौर पर कम से कम समर्थन मूल्य पर एक की बजाय 2 प्रतिशत छूट देने की मांग की थी ताकि सावन रूत की बाकी रहती खरीद बिना किसी परेशानी के निर्विघ्न की जा सके।
सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों की कमी के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी अस्पतालों में जल्दी ही 588 डाक्टरो की तैनाती की जाएगी। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि वह डाक्टरो को उनकी रिहायश के नजदीक ही तैनात करने के हक मे है जिसके साथ उनके काम करने मे ओर कुशलता आएगी।
अध्यापको के चल रहे प्रदर्शन बारे पूछे सवाल के जवाब मे मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अध्यापको को उचित पेशकश की थी कि ताकि वह प्रोबेशनरो के तौर पर रेगुलर नौकरी पर उपस्थित हो या फिर ठेके के आधार पर सेवाएं जारी रखे। उन्होंने कहा कि इस पेशकश को स्वीकृत या रद्द करना अब अध्यापको पर निर्भर है। योग्य नौजवानो को स्मार्ट फोन देने के चुनाव वायदे बारे मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बारे टैंडरिंग प्रक्रिया पहले ही शुरू की जा चुकी है और फोन बांटने जल्दी ही शुरू किए जाएंगे।