Edited By Vatika,Updated: 12 Sep, 2018 09:38 AM
जस्टिस रंजीत सिंह रिपोर्ट पर कार्रवाई करने के मामले में कैप्टन अमरेंद्र सिंह की टाल-मटोल वाली नीति ने कैप्टन व बादल परिवार के मध्य सांझ को बरकरार कर दिया है, जबकि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के मामले में...
बाघापुराना (चुटानी): जस्टिस रंजीत सिंह रिपोर्ट पर कार्रवाई करने के मामले में कैप्टन अमरेंद्र सिंह की टाल-मटोल वाली नीति ने कैप्टन व बादल परिवार के मध्य सांझ को बरकरार कर दिया है, जबकि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के मामले में एक हिंदू होने के नाते ज्यादा गंभीरता दिखा रहे हैं।
कैप्टन अमरेंद्र सिंह जिस ढंग से बादल परिवार के लिए ढाल बनते आ रहे हैं, इस पर तीखी प्रक्रिया व्यक्त करते हुए जत्थेदार दविंद्र सिंह, जत्थेदार गुरनाम सिंह, केसर सिंह गिल, बचित्तर सिंह खालसा व भाई परोपकार सिंह ने कहा कि पंथ परस्त होने तथा दृढ़ फैसले वाला कैप्टन अब अपनी पहली छवि को भी ठेस पहुंचाने लगा है।बरगाड़ी मोर्चे में शिरकत करने जा रहे उक्त पंथ परस्तों ने कहा कि सुनील जाखड़ व नवजोत सिंह सिद्धू इस मामले में पीड़ितों के लिए ढाल बन रहे हैं तथा श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए दृढ़ हैं, जबकि मुख्यमंत्री तथा उनकी टीम के कई सदस्य अपने स्टैंड से पीछे हटते स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं।
बरगाड़ी मोर्चे की कमान संभाल रहे पंथ दर्दियों द्वारा आर-पार की लड़ाई के लिए खींची गई लकीर का समर्थन करते हुए उक्त नेताओं ने कहा कि सिख पंथ का बड़ा हिस्सा बरगाड़ी मोर्चे की सफलता के लिए अरदास कर रहा है तथा गुरु साहिब के आरोपियों को सजाएं दिलाने के लिए अरदास वाहेगुरु के दरबार में कबूल होगी। पंथ के दर्दियों ने कैप्टन अमरेंद्र सिंह को ङ्क्षझझोड़ते हुए कहा कि वह अब राजनीतिक व पारिवारिक सांझ को दूर रखकर गुरु साहिब के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई को अमल में लाएं, न कि इस अहम व संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति करें।