Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Sep, 2017 02:02 PM
गुरदासपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव के लिए पंजाब कांग्रेस समिति के प्रधान सुनील जाखड़ को टिकट मिलने के साथ ही राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा के घर सन्नाटा छा गया है। बाजवा इस सीट पर अपनी पत्नी चरणजीत कौर को उतारना चाहते थे। इसलिए वह अपनी पत्नी और भाई...
कादियांः गुरदासपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव के लिए पंजाब कांग्रेस समिति के प्रधान सुनील जाखड़ को टिकट मिलने के साथ ही राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा के घर सन्नाटा छा गया है। बाजवा इस सीट पर अपनी पत्नी चरणजीत कौर को उतारना चाहते थे। इसलिए वह अपनी पत्नी और भाई विधायक फतेहजंग बाजवा के साथ दिल्ली में डटे हुए थे।
उन्होंने इसके लिए कांग्रेस प्रधान सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी।जाखड़ को चुनाव मैदान में उतारे जाने के बाद बाजवा परिवार की तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई। पूरा दिन कादियां स्थित उनके निवास स्थान पर कोई भी कार्यकर्ता दिखाई नहीं दिया। दूसरे तरफ प्रताप बाजवा के राजनीतिक सलाहकार मनोहर लाल शर्मा का कहना है कि टिकट मांगने का हक सबको है। हमने भी टिकट मांगी थी। वह हाईकमान के फैसले से खुश हैं।
बाजवा परिवार था दावेदार
गुरदासपुर उपचुनाव के लिए बाजवा परिवार भी टिकट का मुख्य दावेदार था। 2009 और 2014 में विनोद खन्ना खिलाफ चुनाव लड़ चुके प्रताप सिंह बाजवा इस समय राज्यसभा सदस्य हैं। फतेहजंग सिंह बाजवा ने भी लोकसभा टिकट अपनी भाभी चरणजीत कौर को देने की मांग की थी।
जाखड़ के लिए बाजवा का सहयोग जरूरी
गुरदासपुर से सुनील जाखड़ को जीत हासिल करनो के लिए प्रताप सिंह बाजवा का समर्थन हासिल करना जरूरी है। प्रताप सिंह बाजवा और उनके परिवार कीगुरदासपुर में मजबूत पकड़ होने के साथ ही विधानसभा हलका कादियां, फतेहगढ़ चूड़ियां, भोआ और पठानकोट में भी मजबूत पकड़ है।