Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Mar, 2018 12:06 PM
आंखों में विरह की नमी लिए पद्मश्री पूर्ण चंद्र वडाली ने अपने छोटे भाई प्यारेलाल बडाली के निधन के तीन दिन बाद चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि वह प्याेलाल के बिना पूरी तरह टूट चुके हैं। उन्होंने अपना दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मेरा छेटा भाई मुझे...
अमृतसरः आंखों में विरह की नमी लिए पद्मश्री पूर्ण चंद्र वडाली ने अपने छोटे भाई प्यारेलाल बडाली के निधन के तीन दिन बाद चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि प्याेलाल के बिना वह पूरी तरह टूट चुके हैं। उन्होंने अपना दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मेरा छेटा भाई मुझे अकेला छोड़ गया। वह मेरा कंठहार था, हम दोनों एक साथ रहते थे, एक साथ गाते थे,अब मुझे कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा है। प्यारेलाल को सारी दुनियां प्यार करती है। पूर्ण चंद्र ने कहा कि सूफी स्वर को कब और कैसे उतार-चढ़ाव देना है ये सब प्यारेलाल को मालूम था। भाई की मौत से आहत पूर्ण चंद्र बीच-बीच में सूफी कलाम की पंक्तियां बोलकर अपना दर्द जाहिर करते हैं। उन्होंने कहा कि प्यारे मेरी ताकत था अब उसके बिना मेैं बिल्कुल अकेला हो गया हूं।
गौरतलब है कि मशहूर सूफी गायक उस्ताद प्यारे लाल वडाली का तीन दिन पहले निधन हो गया था जिसके बाद नम आंखों से उन्हें गांव वडाली से अंतिम विदाई दी गई थी। बता दें कि वह काफी समय से बीमार थे। उनकी दोनों किडनिया फेल हो चुकी थीं जिस कारण डॉनर की तलाश की जा रही थी लेकिन डॉनर ना मिलने के कारण उनका निधन हो गया था।